क्या दंगामुक्त और गुंडामुक्त उत्तर प्रदेश की पहचान, कानून व्यवस्था ने पेश की मिसाल?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तर प्रदेश अब दंगामुक्त और गुंडामुक्त प्रदेश बन चुका है।
- सीएम योगी ने पुलिस में 2 लाख से अधिक भर्तियां की हैं।
- पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
- पुलिस सुविधाओं का विस्तार किया गया है।
- योगी सरकार लॉ एंड ऑर्डर के लिए जानी जाती है।
गोरखपुर, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोरखपुर दौरे के दौरान एक महत्वपूर्ण उपहार दिया। उन्होंने २६वीं वाहिनी पीएसी परिसर में ११ मंजिला बैरक टॉवर और ३० बेड के हॉस्पिटल का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समारोह में कहा कि जो उत्तर प्रदेश आठ वर्ष पहले दंगा प्रदेश के रूप में बदनाम था, वही आज कानून व्यवस्था का मानक प्रस्तुत कर रहा है। दंगामुक्त और गुंडामुक्त उत्तर प्रदेश आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि आज कोई भी बाहरी व्यक्ति कानून व्यवस्था के मामले में यूपी पर हंस नहीं सकता, उंगली नहीं उठा सकता। यूपी का नौजवान आज सम्मान पाता है, जबकि आठ वर्ष पहले स्थिति बिल्कुल भिन्न थी।
सीएम योगी ने बताया कि सेना देश की बाहरी सुरक्षा का ध्यान रखती है, जबकि आंतरिक मामलों के लिए सिविल पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में कई चुनौतियों का सामना किया है। आठ साल पहले यहां शांति की कल्पना तक नहीं की जा सकती थी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पुलिस में २ लाख १६ हजार भर्तियां की हैं, जिसमें हाल ही में हुई दुनिया की सबसे बड़ी ६०,२४४ पुलिसकर्मियों की भर्ती भी शामिल है। पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की क्षमता अब कई गुना बढ़ गई है।
सीएम ने कहा कि पहले की सरकारों में पुलिस कार्मिकों के लिए सुविधाओं का अभाव था। अब हर थाने, पुलिस लाइंस और पीएसी की वाहिनियों में अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया गया है।
इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने कहा कि पुलिस बल का मनोबल बढ़ाने के कारण योगी सरकार लॉ एंड ऑर्डर के लिए देश में नहीं, बल्कि विदेश में भी जानी जाती है। सीएम योगी की सोच उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना है।