क्या सपा सांसद वीरेंद्र सिंह का यह आरोप सही है कि चुनाव आयोग ने भाजपा की स्क्रिप्ट पढ़ी?

सारांश
Key Takeaways
- वीरेंद्र सिंह का आरोप कि चुनाव आयोग ने भाजपा की स्क्रिप्ट पढ़ी।
- एनडीए में दलों की वास्तविकता पर सवाल उठाए गए।
- वोटर अधिकार यात्रा का महत्व और राहुल गांधी की भागीदारी।
नई दिल्ली, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद वीरेंद्र सिंह ने रविवार को चुनाव आयोग की प्रेस वार्ता पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे यह उम्मीद कर रहे थे कि आयोग विपक्ष के प्रश्नों का उत्तर देगा, लेकिन आयोग ने ऐसा नहीं किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रेस वार्ता में आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्क्रिप्ट पढ़ रहा था।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि आयोग ने प्रेस वार्ता के दौरान अपनी निष्पक्ष भूमिका नहीं निभाई। वीरेंद्र सिंह ने कहा कि आयोग की यह जिम्मेदारी थी कि वह विपक्ष के सवालों का उत्तर दे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जबकि यह उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए थी।
एनडीए द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित करने पर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद के लिए आरएसएस के एक निष्ठावान सदस्य को उम्मीदवार बनाया गया है।
उन्होंने एनडीए में शामिल अन्य राजनीतिक दलों को सलाह दी कि जब उम्मीदवार का चयन सिर्फ भाजपा द्वारा किया जाएगा, तो क्या एनडीए में उनकी कोई वास्तविक अहमियत है? उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा के साथ, एनडीए में शामिल दलों को इसे गंभीरता से विचार करना चाहिए।
उपराष्ट्रपति पद के लिए इंडिया ब्लॉक की रणनीति पर उन्होंने कहा कि लोकसभा में हमारे नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद वोट चोरी के खिलाफ बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' पर हैं। यह यात्रा सासाराम से शुरू होकर कई जिलों तक जाएगी। 19 अगस्त को यह उम्मीद की जा रही है कि राहुल गांधी बिहार से दिल्ली लौटेंगे। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर उनकी उपस्थिति में बैठक की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।