क्या बिहार में विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है? विजय चौधरी का बयान

सारांश
Key Takeaways
- विजय चौधरी ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया है।
- बिहार में विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है।
- एनडीए सरकार के विकास कार्यों की सराहना की गई है।
- जनता अब विकास और सुशासन को प्राथमिकता दे रही है।
- इलेक्शन कमीशन के नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।
पटना, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार में मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अनुभवी नेता विजय चौधरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस राहुल गांधी को जननायक बनाने का प्रयास कर रही है और यदि वे दिल्ली में गए तो उन्हें राष्ट्रपिता घोषित कर दिया जाएगा। उन्होंने इसे दिवालियापन बताया और कहा कि एक समझदार व्यक्ति ऐसी बातें नहीं करता।
चौधरी ने आगे कहा कि बिहार में विकास कार्यों की गति को देखते हुए विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है, जिसके कारण वे हताशावोट अधिकार यात्रा जैसे कदम उठा रहे हैं।
उन्होंने इलेक्शन कमीशन के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि किसी का नाम मतदाता सूची से गलती से हटा दिया गया है, तो वे शिकायत कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने सितंबर को त्रुटि सुधार के लिए समर्पित किया है।
विजय चौधरी ने विपक्ष को सलाह दी कि उन्हें संविधान को पढ़ लेना चाहिए, जिसमें नागरिकता की शर्तें स्पष्ट हैं।
उन्होंने राहुल गांधी के बिहार दौरे को एनडीए सरकार के लिए शुभ बताया और कहा कि यह दौरा सत्तारूढ़ गठबंधन की जीत को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बिहार में रहना एनडीए के लिए प्रसन्नता का विषय है और यह उनकी जीत का संकेत है।
बिहार में एनडीए सरकार के विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए चौधरी ने कहा कि राज्य में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जिसे जनता देख रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष की हताशा का कारण यही है कि उनके पास सरकार की उपलब्धियों का कोई जवाब नहीं है। जनता अब विकास और सुशासन को प्राथमिकता दे रही है और एनडीए सरकार इस दिशा में दृढ़ता से काम कर रही है।