क्या डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने विपक्ष को रचनात्मक सहयोग की नसीहत दी?
सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष को रचनात्मक सहयोग के लिए आगे आना होगा।
- बिहार में नए उद्योगों की स्थापना की जाएगी।
- 46.6% मतों के साथ एनडीए ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की।
- बिहार के विकास के लिए निवेश पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- बिहार की डबल इंजन सरकार सुशासन और सुरक्षा का आश्वासन दे रही है।
पटना, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विधानसभा चुनाव में विपक्ष को मिली करारी हार के बाद नसीहत देते हुए कहा कि विपक्ष अब राजनीतिक विरोध को पीछे छोड़कर रचनात्मक सहयोग के साथ आगे आए। उन्होंने विपक्ष को जनादेश का सम्मान करने की भी सीख दी।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एनडीए को मिली सफलता विकास के प्रति जनविश्वास के जनादेश का द्योतक है। यह जनादेश लोकतंत्र के प्रति बिहार के सभी वर्गों में विद्यमान जन आस्था को भी रेखांकित करता है। चुनाव प्रक्रिया के दौरान कई बार भ्रम, संशय और सामाजिक विभाजन पैदा करने के प्रयास किए गए, लेकिन बिहार की जनता ने देश के सामने परिपक्वता और सूझबूझ की मिसाल पेश करते हुए ऐतिहासिक भागीदारी के साथ जनादेश का इतिहास रचा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सक्षम नेतृत्व ने इस चुनाव में लोगों के सामने सुशासन से समृद्धि का एक सुस्पष्ट एजेंडा रखा, जिसे लोगों ने 46.6 फीसदी मतों और 202 सीटों के अभूतपूर्व जनसमर्थन के साथ स्वीकार किया। मत प्रतिशत के लिहाज से यह विधानसभा चुनाव के इतिहास का सबसे बड़ा मैंडेट है।
सिन्हा ने आगे कहा कि आने वाले पांच वर्षों में बिहार तेज गति से आगे बढ़ेगा। यहां युद्ध स्तर पर नए उद्योग लगाने के प्रयास होंगे। नौजवानों को रोजगार मिले, इस दिशा में काम होगा। निवेश और नौकरियों पर हमारा फोकस होगा। बिहार और बिहारी का सामर्थ्य दुनिया देखेगी। विकसित बिहार के रूप में राज्य के कायाकल्प का यही समय है। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया के निवेशकों को हमारी डबल इंजन सरकार आश्वस्त करेगी कि सुशासन, सुरक्षा और नीतिगत स्थिरता का वातावरण बिहार में उपलब्ध होगा।