क्या वांग यी ने गाजा संघर्ष पर पहले चरण के समझौते पर चीन का रुख व्यक्त किया?

सारांश
Key Takeaways
- युद्धविराम की आवश्यकता है।
- फिलिस्तीनियों के अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए।
- दो-राज्य समाधान के लिए प्रयास आवश्यक हैं।
बीजिंग, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 10 अक्टूबर को स्विट्ज़रलैंड के बेलिनज़ोना में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने स्विस संघीय पार्षद एवं विदेश मंत्री इग्नाज़ियो कैसिस के साथ संयुक्त रूप से पत्रकारों से मुलाक़ात की।
इस अवसर पर उन्होंने इज़राइल और हमास के बीच हुए युद्धविराम और कैदी विनिमय समझौते के पहले चरण पर चीन का आधिकारिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
वांग यी ने कहा कि चीन शांति को बहाल करने और जीवन को बचाने के सभी प्रयासों का स्वागत करता है। उन्होंने गाजा में जारी मानवीय संकट को 21वीं सदी का कलंक बताते हुए ज़ोर दिया कि मानव जाति की अंतरात्मा को जागृत होना चाहिए। उन्होंने चीन की ओर से तीन प्रमुख अपीलें पेश कीं।
पहली, एक वास्तविक, व्यापक और स्थायी युद्धविराम को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम किया जाए, ताकि मानवीय संकट को प्रभावी रूप से कम किया जा सके और क्षेत्र में स्थिरता बहाल की जा सके।
दूसरी, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा स्थापित इस आम सहमति को लागू किया जाए कि “फिलिस्तीन पर फिलिस्तीनियों का शासन हो।” गाजा के भविष्य से संबंधित किसी भी व्यवस्था में फिलिस्तीनी जनता की इच्छाओं का सम्मान होना चाहिए।
तीसरी, “दो-राज्य समाधान” की दिशा में अडिग रहना आवश्यक है। फिलिस्तीन की स्वतंत्र राष्ट्र स्थापना और उसके वैध राष्ट्रीय अधिकार सुनिश्चित होने के बाद ही ऐतिहासिक अन्याय और हिंसा के मूल कारण समाप्त होंगे, तथा फिलिस्तीन और इज़राइल के बीच स्थायी शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व संभव होगा।
वांग यी ने स्पष्ट किया कि चीन, स्विट्ज़रलैंड सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर मध्य पूर्व में दीर्घकालिक शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए निरंतर और अथक प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)