क्या मीनाक्षी, साक्षी, पूजा रानी, हितेश और जुगनू फाइनल में पहुँच गए?

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क्या मीनाक्षी, साक्षी, पूजा रानी, हितेश और जुगनू फाइनल में पहुँच गए?

सारांश

अस्ताना में चल रहे विश्व मुक्केबाजी कप 2025 में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। मीनाक्षी, साक्षी, पूजा रानी, हितेश गुलिया और जुगनू ने अपने भार वर्ग के फाइनल में जगह बनाई है। रविवार को भारत का मुक्केबाजी दल स्वर्ण पदकों के लिए मुकाबला करेगा। जानें इन खिलाड़ियों की कहानी और उनकी उपलब्धियों के बारे में।

Key Takeaways

  • मीनाक्षी ने 48 किग्रा वर्ग में सेमीफाइनल जीतकर फाइनल में स्थान बनाया।
  • साक्षी ने 54 किग्रा वर्ग में फाइनल में पहुँचने के लिए उज्बेकिस्तान की खिलाड़ी को हराया।
  • पूजा रानी ने 80 किग्रा वर्ग में तुर्की की खिलाड़ी को हराया।
  • हितेश गुलिया और जुगनू ने भी अपने-अपने भार वर्ग में फाइनल में जगह बनाई।
  • भारत का मुक्केबाजी दल रविवार को स्वर्ण पदकों के लिए मुकाबला करेगा।

अस्ताना, 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मीनाक्षी (48 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा), पूजा रानी (80 किग्रा) के साथ-साथ हितेश गुलिया (पुरुष 70 किग्रा) और जुगनू (85 किग्रा) ने शनिवार को कजाकिस्तान के अस्ताना में चल रहे विश्व मुक्केबाजी कप 2025 के अपने-अपने भार वर्ग के फाइनल में स्थान बनाकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। रविवार को, भारत का मुक्केबाजी दल छह स्वर्ण पदकों के लिए मुकाबला करेगा।

अस्ताना में भारत ने 11 पदक सुनिश्चित कर लिए हैं। अविनाश जामवाल (पुरुष 65 किग्रा) भी फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में हैं।

मीनाक्षी ने 48 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में तुर्की की नर्सलेन याल्गेटकिन को 5:0 से पराजित किया। इसके बाद, साक्षी ने उज्बेकिस्तान की फेरुजा काजाकोवा को 54 किग्रा वर्ग में हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई।

ओलंपियन पूजा रानी ने 80 किग्रा वर्ग में तुर्की की एलिफ गुनेरी को 3:2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। इससे पहले, नूपुर ने शुक्रवार को 80 किग्रा वर्ग के फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी।

संजू (60 किग्रा) शनिवार को सेमीफाइनल में भाग लेने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी थीं, लेकिन उन्हें कजाकिस्तान की विक्टोरिया ग्रेफेयेवा के खिलाफ 0:5 से हार का सामना करना पड़ा। अब वे कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेंगी।

भारत ने इस वर्ष की शुरुआत में ब्राजील में विश्व मुक्केबाजी कप के पहले चरण में कुल छह पदक जीते थे, जिसमें केवल पुरुष मुक्केबाज शामिल थे।

यह पहली बार है जब महिला मुक्केबाजों को विश्व मुक्केबाजी कप मंच पर अपने कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर मिला है।

ब्राजील चरण में स्वर्ण पदक विजेता हितेश गुलिया, फ्रांस के माकन ट्रोरे के खिलाफ पहले राउंड में थोड़ी परेशानी में नजर आए, लेकिन 20 वर्षीय खिलाड़ी ने दूसरे राउंड में शानदार पंच लगाए और अंतर कम किया। फिर तीसरे और अंतिम राउंड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल जीतकर फाइनल में पहुंचे।

इसके बाद, जुगनू ने इंग्लैंड के टीगन स्कॉट को 5-0 से पराजित करके फाइनल में स्थान बनाया।

Point of View

बल्कि यह महिला मुक्केबाजों के लिए एक प्रेरणादायक क्षण भी है। हमें गर्व है कि ये खिलाड़ी विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

विश्व मुक्केबाजी कप 2025 कब हो रहा है?
विश्व मुक्केबाजी कप 2025 का आयोजन कजाकिस्तान के अस्ताना में चल रहा है।
भारत ने कितने पदक जीते हैं?
भारत ने अब तक 11 पदक सुनिश्चित किए हैं।
कौन-कौन से भारतीय मुक्केबाज फाइनल में पहुँचे हैं?
मीनाक्षी, साक्षी, पूजा रानी, हितेश गुलिया और जुगनू फाइनल में पहुँचे हैं।