क्या डब्ल्यूटीओ ने चीन के शून्य टैरिफ कदम की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- चीन का शून्य टैरिफ कदम विकासशील देशों को नई संभावनाएं देगा।
- चीन ने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में स्थिरता पर जोर दिया है।
- डब्ल्यूटीओ ने इस पहल को सराहा है।
- अन्य देशों को भी चीन से सीखने की जरूरत है।
- अफ्रीकी देशों को विकास में मदद मिलेगी।
बीजिंग, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने 16 से 18 जून तक स्विट्जरलैंड के जिनेवा में विकास के मुद्दे पर एक सम्मेलन का आयोजन किया।
इस अवसर पर, चीनी प्रतिनिधि ने औपचारिक रूप से डब्ल्यूटीओ को सूचित किया कि चीन ने उन सभी सबसे कम विकसित देशों के लिए, जिनके साथ उसके राजनयिक संबंध हैं, 100 प्रतिशत टैरिफ वस्तुओं पर शून्य टैरिफ लागू किया है।
चीनी प्रतिनिधि ने कहा कि यह कदम स्वतंत्रता और खुलापन बढ़ाने के प्रति चीन की दृढ़ता और क्रियान्वयन को दर्शाता है। चीन अफ्रीकी देशों और सबसे कम विकसित देशों के लिए विकास के नए अवसर और वृद्धि की नई गतिशीलता प्रदान करेगा। इससे विश्व व्यापार के विकास में स्थिरता और सक्रियता का संचार होगा। वर्तमान अशांत अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक परिदृश्य में, चीन ने विकसित और सक्षम विकासशील देशों से और अधिक कदम उठाने की अपील की है, ताकि स्वतंत्र और खुली अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और व्यापारिक व्यवस्था का संरक्षण किया जा सके और समावेशी आर्थिक वैश्वीकरण को बढ़ावा दिया जा सके।
वहीं, डब्ल्यूटीओ में सबसे कम विकसित देशों के समूह और अफ्रीकी समूह के प्रतिनिधियों ने चीन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि विकासशील देशों को आर्थिक वृद्धि के सामने अभूतपूर्व चुनौतियों और अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ रहा है। चीन का यह कदम अन्य सदस्यों के लिए एक मानक स्थापित करता है। आशा है कि अन्य सदस्य चीन के इस पहल से सीखेंगे और सबसे कम विकसित देशों सहित विकासशील आर्थिक शक्तियों को उदार नीतियों, समर्थन और अन्य तरीकों से मदद करेंगे।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)