क्या यमुना नदी में बाढ़ के दौरान लकड़ी निकालने गया युवक लापता हो गया?

सारांश
Key Takeaways
- युवक का लापता होना गंभीर चिंता का विषय है।
- प्रशासन की चेतावनियों का पालन करना चाहिए।
- बाढ़ के दौरान नदी के पास जाना अत्यंत खतरनाक है।
- पुलिस और गोताखोर लापता युवक की तलाश कर रहे हैं।
- लोगों से सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की अपील की गई है।
यमुनानगर, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। यमुना नदी में बाढ़ के दौरान लकड़ी निकालने गए एक युवक के तेज बहाव में बह जाने की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। प्रशासन ने सभी को नदी-नालों से दूर रहने की चेतावनी दी है।
सोमवार को हथिनीकुंड बैराज के निचले क्षेत्र में सैकड़ों युवक बाढ़ के पानी में बहकर आई लकड़ियों को निकालने के लिए पहुंचे। यमुना नदी का तेज बहाव और उफान होने के बावजूद लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर लकड़ी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा बार-बार सायरन बजाकर और एडवाइजरी जारी कर नदी के पास न जाने की चेतावनी दी जा रही है, लेकिन लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के कारण यमुना नदी में पहाड़ी क्षेत्रों से मलबा और मूल्यवान लकड़ियाँ बहकर आ रही हैं। इसकी सूचना मिलते ही स्थानीय युवक हथिनीकुंड बैराज के पास टापू पर लकड़ी पकड़ने पहुँच जाते हैं। सोमवार को भी ऐसी ही एक घटना में एक युवक तेज बहाव में बह गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दो-तीन युवकों ने एक बड़ी लकड़ी को बाहर निकालने के लिए तेज बहाव के बीच पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उसी दौरान एक युवक बह गया और उसका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें युवक को तेज बहाव में बहते देखा जा सकता है।
यमुनानगर के जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता और जिला पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने संवाददाताओं को बताया कि प्रशासन ने नदी के आसपास जाने से रोकने के लिए पुलिस तैनात की है और बार-बार चेतावनी जारी की जा रही है।
उन्होंने कहा, "लोगों की जान को खतरे में डालने की अनुमति नहीं दी जा सकती। पुलिस और गोताखोर लापता युवक की तलाश में जुटे हैं, लेकिन तेज बहाव के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में कठिनाइयाँ आ रही हैं।"
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे यमुना नदी के किनारे न जाएं और बाढ़ के दौरान खतरनाक कार्यों से बचें। जिला प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने और राहत कार्यों के लिए टीमें तैनात कर दी हैं।