क्या 'जो पशुओं का चारा खा जाए, वह मनुष्य का हक भी डकार जाता है'? सीएम योगी आदित्यनाथ का राजद पर वार
सारांश
Key Takeaways
- योगी आदित्यनाथ ने रैली में राजद और कांग्रेस की निंदा की।
- बिहार के विकास में मोदी जी के नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- बिहार के युवाओं में प्रतिभा है, और उन्हें उचित अवसर चाहिए।
- 2005 के बाद बिहार में विकास की गति तेज हुई है।
- डबल इंजन सरकार बिहार के विकास में सहायक है।
भोजपुर, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बिहार के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी राकेश रंजन ओझा के समर्थन में एक रैली का आयोजन किया। मुख्यमंत्री योगी ने स्थानीय भाषा में संवाद प्रारंभ किया और मतदाताओं से कमल का फूल खिलाने की अपील की। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों, जैसे कि राजद और कांग्रेस, पर तीखा प्रहार किया। सीएम ने कहा कि इंद्रदेव के आशीर्वाद से यह निश्चित हो गया है कि बिहार में फिर से एनडीए सरकार बनेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाया कि ये लोग विकास कार्यों को पूरा नहीं कर पाए हैं, क्योंकि जो पशुओं का चारा खा जाए, वह मनुष्य का हक भी डकार जाता है। उन्होंने कहा कि आज मोदी जी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास का सिद्धांत लागू हो रहा है, जिससे हर युवा, गरीब, किसान और माताएँ-बहनें योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। मोदी जी के कार्यकाल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं। अब बिहार से पलायन नहीं होता, बल्कि यहां से निकले इंजीनियर बिहार की प्रगति में योगदान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बिहार के युवाओं की प्रशंसा की और कहा, "यहां के युवाओं में ईश्वर प्रदत्त बुद्धि है। यदि उन्हें थोड़ा सा प्लेटफॉर्म मिले, तो बिहार का युवा दुनिया को अपनी प्रतिभा से प्रभावित कर सकता है।" उन्होंने कहा कि बिहार पर भारत का हर नागरिक गर्व महसूस करता है। सीएम ने बिहार के महापुरुषों और लोकतंत्र सेनानियों का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है, लेकिन राजद का 15 वर्ष और उससे पहले कांग्रेस का कार्यकाल कलंक से कम नहीं है। इस दौरान नागरिकों को पहचान के संकट का सामना करना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने कहा, "बिहार ने जब 2005 में अंगड़ाई ली और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनी, तो माफिया की उल्टी गिनती शुरू हो गई। अब बिहार में सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं, जो 50 वर्ष पहले हो जानी चाहिए थीं।" उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार परिवारवाद और गुंडागर्दी का शिकार था, लेकिन अब नीतीश सरकार ने इसे उभारने में मदद की है। आज बिहार पर कोई सवाल नहीं उठाता।
उन्होंने अपील की कि बिहार के विकास की गति को बनाए रखना चाहिए। डबल इंजन सरकार बुलेट ट्रेन की गति से बिहार की प्रगति को आगे बढ़ा सके, इसके लिए उन्होंने सभी से समर्थन मांगा।