क्या योगी की पाती से युवा एआई और कंप्यूटर के प्रति जागरूक होंगे?

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क्या योगी की पाती से युवा एआई और कंप्यूटर के प्रति जागरूक होंगे?

सारांश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'योगी की पाती' में तकनीकी विकास का संकल्प लिया है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे 5 बच्चों को कंप्यूटर और एआई के विषय में जागरूक करें। क्या यह कदम उत्तर प्रदेश को तकनीकी केंद्र बनाने में सहायक होगा?

Key Takeaways

  • योगी की पाती में तकनीकी विकास का संकल्प है।
  • युवा कंप्यूटर और एआई के प्रति जागरूक होंगे।
  • उत्तर प्रदेश में एआई सिटी का विकास हो रहा है।
  • 30000 करोड़ रुपये का निवेश लक्ष्य है।
  • नवीनतम डेटा सेंटर नीति से निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।

लखनऊ, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नए वर्ष के आगमन से पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता के लिए एक विशेष पत्र 'योगी की पाती' जारी किया है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने उत्तर प्रदेश को तकनीकी और नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाने के अपने संकल्प को दोहराया है। सीएम योगी ने स्पष्ट किया है कि अगले वर्ष सरकार का पूरा ध्यान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), सेमीकंडक्टर और डेटा सेंटर जैसे भविष्य की दिशा में बढ़ने वाले क्षेत्रों पर रहेगा।

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में बताया कि राज्य के प्रमुख शहरों लखनऊ और नोएडा को एआई सिटी के रूप में विकसित करने की योजना है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश को वैश्विक आईटी मैप पर अग्रणी बनाना है। इसके साथ ही जेवर में 3700 करोड़ रुपये की लागत से सेमीकंडक्टर यूनिट का निर्माण तेजी से किया जा रहा है, जो राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने में सहायक होगा।

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश की 'सुरक्षित डाटा सेंटर' नीति के कारण निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। राज्य सरकार ने डाटा सेंटर क्षेत्र में 30000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में 5 हाइपरस्केल डेटा सेंटर पार्क का व्यावसायिक उपयोग प्रारंभ हो चुका है। इसके अलावा, प्रदेश के 9 अन्य शहरों में 'सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क' स्थापित किए गए हैं, जो स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूँ कि मेरे युवा साथी वर्ष 2026 के लिए एक विशेष संकल्प लें। आप अपने आसपास 5 बच्चों को कंप्यूटर और एआई के विषय में जागरूक करें। हर सप्ताह कम से कम एक घंटा 'ज्ञानदान' के लिए निकालें।'

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा, 'यह आंग्ल वर्ष 2026 में प्रवेश का समय है। 2025 का वर्ष तकनीकी, एआई और डेटा में नवाचार के नए मापदंड स्थापित करने के लिए याद किया जाएगा। उत्तर प्रदेश भविष्य की दिशा में विकास के नए मानक गढ़ रहा है। आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि प्रदेश के डिजिटल भविष्य को दिशा देने और निवेश का केंद्र बनाने में सरकार को उल्लेखनीय सफलता मिल रही है।'

उन्होंने लिखा, 'निवेश तभी सुरक्षित रह सकता है जब समाज और राज्य सुरक्षित हों। प्रदेश में सुशासन के राज ने विश्वभर में 'ब्रांड यूपी' को सशक्त किया है। उत्तर प्रदेश अब निवेशकों के विश्वास का राज्य बन गया है। लखनऊ और नोएडा में एआई सिटी बसाने की तैयारी है। जेवर में 3,700 करोड़ रुपये से सेमीकंडक्टर यूनिट का निर्माण हो रहा है। 'स्वदेशी सेंटर, सुरक्षित डाटा' को ध्यान में रखते हुए बनी डेटा सेंटर नीति की सफलता दिखने लगी है।

सीएम ने लिखा, '5 हाइपरस्केल डेटा सेंटर पार्क का व्यावसायिक उपयोग प्रारंभ हो चुका है। डाटा सेंटर क्षेत्र में 30,000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है। 9 शहरों में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क स्थापित किए गए हैं। ड्रोन, रोबोटिक्स और मोबाइल उत्पादन में भी हम नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। 'एआई प्रज्ञा' के माध्यम से 10 लाख नागरिकों को एआई प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हजारों नई नौकरियां सृजित हो रही हैं।'

उन्होंने लिखा, 'मैं चाहता हूँ कि मेरे युवा साथी वर्ष 2026 के लिए एक विशेष संकल्प लें। आप अपने आसपास 5 बच्चों को कंप्यूटर और एआई के विषय में जागरूक करें। हर सप्ताह कम से कम एक घंटा 'ज्ञानदान' के लिए निकालें। सरकार और आपका प्रयास संयुक्त रूप से न केवल विकसित उत्तर प्रदेश के सपने को पूरा करेगा, अपितु यूपी को विज्ञान-प्रौद्योगिकी की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने में भी सहायक होगा।'

Point of View

NationPress
30/12/2025

Frequently Asked Questions

योगी की पाती का मुख्य उद्देश्य क्या है?
मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश को तकनीकी और नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाना है।
सीएम योगी ने युवाओं से क्या अपील की है?
उन्होंने युवाओं से कहा है कि वे अपने आसपास 5 बच्चों को कंप्यूटर और एआई के बारे में जागरूक करें।
उत्तर प्रदेश में एआई सिटी का विकास कब शुरू होगा?
लखनऊ और नोएडा में एआई सिटी के विकास की तैयारी चल रही है।
डेटा सेंटर नीति का क्या महत्व है?
यह नीति निवेशकों का विश्वास बढ़ाने में सहायक है और 30000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है।
क्या योगी की पाती से नए रोजगार के अवसर मिलेंगे?
हाँ, यह कदम नए रोजगार के अवसरों का सृजन करेगा।
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