क्या युवाओं का सशक्तिकरण सरकार की प्राथमिकता है? पीएम मोदी ने रोजगार मेले में सौंपे 51 हजार नियुक्ति पत्र
सारांश
Key Takeaways
- 51 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
- युवाओं का सशक्तिकरण सरकार की प्राथमिकता है।
- भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है।
- निवेश साझेदारी से नए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं।
- पीएम विकसित भारत रोजगार योजना के तहत 3.5 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य है।
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आयोजित 17वें रोजगार मेले में नवनियुक्त युवाओं को 51 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि युवाओं का सशक्तिकरण भाजपा और एनडीए सरकार की प्राथमिकता है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्सवों के बीच पक्की नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र प्राप्त करना, उत्सव के उल्लास और सफलता का डबल आनंद है। आज देश के 51 हजार से अधिक युवाओं को यह खुशी मिली है। मैं सभी को और उनके परिवारों को ढेर सारी बधाई देता हूं।
नवनियुक्त युवाओं से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आपको केवल सरकारी नियुक्ति नहीं मिली है, बल्कि राष्ट्र सेवा में सक्रिय योगदान देने का भी अवसर मिला है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप इसी भावना के साथ कार्य करेंगे। ईमानदारी और सुचिता से आप भविष्य के भारत के लिए बेहतर व्यवस्थाएं तैयार करेंगे।"
उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के लिए 'नागरिक देवो भव:' मंत्र है। पीएम मोदी ने कहा, "सेवा भाव और समर्पण के साथ हम हर नागरिक के जीवन में उपयोगी कैसे बनें, यह कभी नहीं भूलना चाहिए। पिछले 11 सालों से देश विकसित भारत के निर्माण के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है और इसमें हमारे युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है।"
उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है। हम अपने युवाओं की शक्ति को देश की सबसे बड़ी संपत्ति मानते हैं। इसी आत्मविश्वास के साथ हम हर क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं। हमारी विदेश नीति भी युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए बनाई जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "केवल रोजगार मेले के जरिए पिछले कुछ समय में 11 लाख से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए जा चुके हैं और यह प्रयास केवल सरकारी नौकरियों तक सीमित नहीं है। हमने देश में पीएम विकसित भारत रोजगार योजना भी शुरू की है, जिसके तहत 3.5 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है।"
उन्होंने बताया कि भारत ने कई यूरोपीय देशों के साथ निवेश साझेदारी की है, जिससे हजारों नए रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा, "हमने निवेश को बढ़ावा देने और स्टार्टअप्स व एमएसएमई को समर्थन देने के लिए ब्राजील, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और कनाडा जैसे देशों के साथ कई समझौते किए हैं। ये सहयोग निर्यात को मजबूत करेंगे और भारत के युवाओं के लिए विकास और अवसर के नए रास्ते खोलेंगे।"