क्या अदाणी पावर का वित्तीय प्रदर्शन दूसरी तिमाही में मजबूत रहा?
सारांश
Key Takeaways
- कंपनी की आय: 13,106.34 करोड़ रुपए
- बिजली बिक्री में वृद्धि: 7.4 प्रतिशत
- कंसोलिडेटेड ईबीआईटीडीए: 6,001 करोड़ रुपए
- नए पीपीए: 4.5 गीगावाट
- भविष्य की योजनाएं: 42 गीगावाट क्षमता विस्तार
अहमदाबाद, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) ने गुरुवार को वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा की। कंपनी की कुल आय इस वर्ष की जुलाई-सितंबर अवधि में 13,106.34 करोड़ रुपए रही, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 12,949.12 करोड़ रुपए थी। इसका मुख्य कारण बिजली की बिक्री की मात्रा में वृद्धि है।
कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में, उसकी कंसोलिडेटेड बिजली बिक्री की मात्रा 7.4 प्रतिशत बढ़कर 23.7 अरब यूनिट्स हो गई है।
यह वृद्धि उच्च आधार और मानसून के जल्दी आने तथा लंबे समय तक मांग में व्यवधान के बावजूद हुई है।
अदाणी पावर का कंसोलिडेटेड ईबीआईटीडीए दूसरी तिमाही में 6,001 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 6,000 करोड़ रुपए था।
जुलाई-सितंबर अवधि में, कंपनी ने बिहार डिस्कॉम के साथ 2,400 मेगावाट, मध्य प्रदेश के डिस्कॉम के साथ 1,600 मेगावाट और कर्नाटक डिस्कॉम के साथ 570 मेगावाट (अक्टूबर 2025 तक) का एक लंबा समय का पावर परचेस एग्रीमेंट (पीपीए) साइन किया है।
दूसरी तिमाही में, अदाणी पावर ने कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिसॉल्यूशन प्रोसेस के तहत 600 मेगावाट की क्षमता वाली विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड का अधिग्रहण किया है, जिससे कंपनी की कुल क्षमता 18,150 मेगावाट हो गई है।
अदाणी पावर लिमिटेड के सीईओ एसबी ख्यालिया ने कहा, "मौसम संबंधी उतार-चढ़ाव के बावजूद, अदाणी पावर ने इस तिमाही में एक बार फिर मजबूत और स्थिर वित्तीय प्रदर्शन किया है, जो हमारी परिचालन दक्षता और प्रतिस्पर्धी लाभों को दर्शाता है। हम शक्ति स्कीम के तहत 4.5 गीगावाट के नए लंबी अवधि के पीपीए हासिल करके बाजार में अपनी उपस्थिति का लगातार विस्तार कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मजबूत मुनाफा और लिक्विडिटी हमें 2031-32 तक 42 गीगावाट के अपने क्षमता विस्तार लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करती है। हमने पूरे 23.7 गीगावाट विस्तार के लिए जमीन और उपकरण के ऑर्डर पहले ही दे दिए हैं और परियोजना का कार्यान्वयन तेजी से आगे बढ़ रहा है।"
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में मर्चेंट और शॉर्ट-टर्म सेल्स वॉल्यूम 12.9 प्रतिशत बढ़कर 5.7 बिलियन यूनिट रही, जबकि वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में यह 5.0 बिलियन यूनिट थी। इसी प्रकार, वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में मर्चेंट वॉल्यूम 10.5 प्रतिशत बढ़कर 11.4 बिलियन यूनिट रही, जबकि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में यह 10.3 बिलियन यूनिट थी।