क्या आगामी हफ्ते में अमेरिकी टैरिफ, तिमाही नतीजे और एफआईआई डेटा से बाजार की दिशा तय होगी?

Click to start listening
क्या आगामी हफ्ते में अमेरिकी टैरिफ, तिमाही नतीजे और एफआईआई डेटा से बाजार की दिशा तय होगी?

सारांश

भारतीय शेयर बाजार के लिए आने वाला हफ्ता अत्यंत महत्वपूर्ण है। तिमाही परिणाम, अमेरिकी टैरिफ, और विदेशी निवेशकों के डेटा से बाजार की दिशा तय होगी। क्या ये सभी संकेत बाजार में नई तेजी लाएंगे?

Key Takeaways

  • अगले हफ्ते तिमाही नतीजे महत्वपूर्ण होंगे।
  • अमेरिकी टैरिफ से बाजार प्रभावित होगा।
  • एफपीआई का निवेश बढ़ रहा है।
  • बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
  • मिडकैप और स्मॉलकैप का प्रदर्शन मिला-जुला है।

मुंबई, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए आगामी हफ्ता बहुत महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। तिमाही नतीजे, अमेरिकी टैरिफ, ट्रेड डील और एफआईआई डेटा से बाजार की चाल प्रभावित होगी।

अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए टैरिफ और भारत एवं यूएस के बीच व्यापारिक समझौते से जुड़ी किसी भी जानकारी का बाजार पर गहरा असर पड़ेगा।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल में कहा था कि भारत-अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते की बातचीत सकारात्मक माहौल में तेजी से आगे बढ़ रही है।

वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार ऑल-टाइम हाई पर है और यदि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते का ऐलान होता है, तो बाजार में नई तेजी देखने को मिल सकती है।

आगामी हफ्ते एचयूएल, एसबीआई लाइफ, डॉ. रेड्डी, एसबीआई कार्ड और कई अन्य कंपनियों के जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी होने वाले हैं। अब तक दूसरी तिमाही के नतीजे उम्मीदों के अनुसार रहे हैं।

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) इस महीने में अब तक शेयर बाजार में शुद्ध खरीदार बने हुए हैं। एफपीआई ने अक्टूबर में अब तक शेयर बाजार में इक्विटी में ₹6,480 करोड़ का निवेश किया है। इससे पहले, एफपीआई पिछले तीन महीनों में लगातार शुद्ध विक्रेता रहे थे।

पिछला हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी सकारात्मक रहा। निफ्टी 424 अंक या 1.68 प्रतिशत बढ़कर 25,709.85 पर और सेंसेक्स 1,451.37 अंक या 1.76 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 83,952.19 पर बंद हुआ।

सेक्टोरल आधार पर, निफ्टी रियल्टी 4.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे बड़ा लाभार्थी रहा। इसके अलावा, निफ्टी ऑटो 1.90 प्रतिशत, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज 2.59 प्रतिशत, निफ्टी एफएमसीजी 3.00 प्रतिशत, निफ्टी इन्फ्रा 1.70 प्रतिशत और निफ्टी कंजप्शन 2.73 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बंद हुआ।

13-17 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में मिडकैप और स्मॉलकैप का प्रदर्शन मिश्रित रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 204.85 अंक या 0.35 प्रतिशत की मजबूती के साथ 58,902.25 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 10.95 अंक की गिरावट के साथ 18,122.40 पर था।

Point of View

यह कहना उचित होगा कि भारतीय शेयर बाजार अभी एक निर्णायक मोड़ पर है। यदि अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत होते हैं, तो यह बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हो सकता है। हमें इन घटनाक्रमों पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि ये भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

अगले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में क्या होने की उम्मीद है?
अगले हफ्ते तिमाही नतीजे, अमेरिकी टैरिफ, और एफआईआई डेटा से बाजार की दिशा प्रभावित होने की संभावना है।
अमेरिका-भारत ट्रेड डील का बाजार पर क्या असर होगा?
अगर दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता होता है, तो यह बाजार में सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
Nation Press