क्या इस वर्ष अप्रैल तक 1.3 लाख से अधिक विदेशी पर्यटक चिकित्सा उद्देश्यों के लिए भारत आए?

सारांश
Key Takeaways
- 1.3 लाख से अधिक विदेशी पर्यटक चिकित्सा के लिए भारत आए।
- भारत का चिकित्सा पर्यटन 9 अरब डॉलर का है।
- ग्लोबल चिकित्सा पर्यटन सूचकांक में भारत 10वें स्थान पर है।
- 'हील इन इंडिया' अभियान चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देता है।
- ई-मेडिकल वीजा की सुविधा 171 देशों के लिए उपलब्ध है।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में जानकारी दी कि इस वर्ष अप्रैल तक 1.3 लाख से अधिक विदेशी पर्यटक चिकित्सा उद्देश्यों के लिए भारत आए।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक लिखित उत्तर में बताया कि ग्लोबल वेलनेस टूरिज्म मार्केट में भारत की स्थिति को सुधारने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा, "इस अवधि में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए आने वाले विदेशी पर्यटकों की कुल संख्या 1,31,856 है।"
शेखावत ने यह भी बताया कि यह कुल एफटीए का लगभग 4.1 प्रतिशत है।
उन्होंने उल्लेख किया कि पिछले पांच वर्षों में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिनमें अधिकांश बांग्लादेश, इराक, सोमालिया, ओमान और उज्बेकिस्तान से हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "2020 में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 1.8 लाख से बढ़कर 2024 में 6.4 लाख हो गई।" हालांकि, 2023 में यह संख्या 6.5 लाख रही।
उन्होंने कहा, "चिकित्सा पर्यटन के इकोसिस्टम में कई सेवा प्रदाता, फैसिलिटी प्रदाता, अस्पताल, होटल और एयरलाइंस जैसी कमर्शियस एजेंसियां शामिल हैं।"
इस वर्ष की शुरुआत में, केंद्रीय बजट में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 'हील इन इंडिया' अभियान की घोषणा की गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 'हील इन इंडिया' को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से उपाय किए हैं, जिसमें अस्पताल, सार्वजनिक संघ और व्यापार निकाय शामिल हैं।
इसके अलावा, चिकित्सा उपचार के लिए विदेशियों के भारत आने को सुगम बनाने के लिए, सरकार ने 171 देशों के नागरिकों के लिए ई-मेडिकल वीजा की सुविधा का विस्तार किया है।
भारत में चिकित्सा पर्यटन का अनुमानित आकार लगभग 9 अरब डॉलर है। वैश्विक चिकित्सा पर्यटन सूचकांक में भारत 10वें स्थान पर है।
पिछले वर्ष, देश में आयुष प्रणाली (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) के उदय के कारण चिकित्सा पर्यटन में तेजी से वृद्धि हुई है।
2023 में, सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए चिकित्सा वीजा प्रावधान लागू किए, जिससे चिकित्सा पर्यटन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
मंत्रालय के अनुसार, जुलाई 2023 से दिसंबर 2024 के बीच भारत में इलाज कराने आए विदेशियों को 123 नियमित आयुष वीजा और 221 ई-आयुष वीजा जारी किए गए।