क्या भारतीय वर्कफोर्स को कुशल बनाने में मददगार होंगे हमारे उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान?

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क्या भारतीय वर्कफोर्स को कुशल बनाने में मददगार होंगे हमारे उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान?

सारांश

ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ओएएम ने भारतीय वर्कफोर्स की कुशलता के लिए ऑस्ट्रेलिया के उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान की भूमिका पर जोर दिया है। इस कॉनफ्रेंस में उन्होंने ग्रीन ट्रांजिशन और पावर सेक्टर की महत्ता पर भी प्रकाश डाला।

Key Takeaways

  • ऑस्ट्रेलिया के उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान भारतीय वर्कफोर्स को कुशल बना सकते हैं।
  • ग्रीन ट्रांजिशन के लिए आवश्यक कौशल का विकास करना आवश्यक है।
  • भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
  • केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की बातें युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं।
  • सोलर और विंड ऊर्जा का विकास आवश्यक है।

नई दिल्ली, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त, फिलिप ग्रीन ओएएम ने बुधवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के पास उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान, विश्वविद्यालय और वोकेशनल कॉलेज हैं, जो भारतीय वर्कफोर्स को कुशल बनाने में सहायक हो सकते हैं, जो कि ग्रीन ट्रांजिशन के लिए आवश्यक है।

इंडिया एनर्जी स्टोरेज वीक के साइडलाइड में न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए, फिलिप ग्रीन ओएएम ने कहा, "हमारे पास उच्च स्तर का इनवेशन और टेक्नोलॉजी है जो भारत में आकर विस्तार और वैश्वीकरण कर सकता है। साथ ही हमारे पास खनिज और धातुएं हैं, जिनकी भारत को विकास के लिए आवश्यकता होगी।

इंडिया एनर्जी स्टोरेज वीक 2025 के अंतर्गत 'द एनर्जी स्टोरेज एंड ग्रीन हाइड्रोजन कॉन्फ्रेंस' में केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि देश का पावर सेक्टर भारत को आगे बढ़ाने की महत्वाकांक्षा का ड्राइविंग फोर्स है।

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत विजन के लिए उद्योगों, उत्पादन और रोजगार को बढ़ाने की आवश्यकता होगी, जिसमें पावर सेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका है। एनर्जी डिमांड को पूरा करने के लिए हमें एक ऐसे पावर इकोसिस्टम को तैयार करना होगा, जहां मेगासिटी, हाई-स्पीड रेल नेटवर्क, गीगा फैक्ट्रीज, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कॉरिडोर्स और ग्रीन हाइड्रोजन हब्स को क्लीन एनर्जी से संचालित किया जा सके।

उन्होंने आगे कहा कि भारत दुनिया में उभरते अर्थव्यवस्था के रूप में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए हमें खुद को एनर्जी लीडर के रूप में स्थापित करना होगा।

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि भारत आज के समय में जापान जैसे देशों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।

स्वामी विवेकानंद के वक्तव्य को दोहराते हुए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस देश को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

उन्होंने कहा, "उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।" उन्होंने कहा कि हमें इस मानसिकता को आगे बढ़ाना होगा।

कॉन्फ्रेंस की थीम 'एनर्जी स्टोरेज' को लेकर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बिजली की मांग को पूरा करने के लिए सोलर और विंड दोनों आवश्यक हैं। हमने इसे लेकर काम किया और सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं।

Point of View

हमें गुणवत्ता और कुशलता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

ऑस्ट्रेलिया के संस्थान भारतीय वर्कफोर्स को कैसे मदद कर सकते हैं?
ऑस्ट्रेलिया के उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान, विश्वविद्यालय और वोकेशनल कॉलेज भारतीय वर्कफोर्स को आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान कर सकते हैं।
ग्रीन ट्रांजिशन क्या है?
ग्रीन ट्रांजिशन का अर्थ है पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोतों में बदलाव करना, जैसे सौर और पवन ऊर्जा।
भारत की अर्थव्यवस्था अब कितनी बड़ी है?
भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
किस मंत्री ने इस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया?
केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने इस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया।
युवाओं की भूमिका इस प्रक्रिया में क्या है?
युवाओं की सक्रिय भागीदारी इस देश को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण होगी।