क्या सेल ने जोजिला सुरंग परियोजना के लिए 31,000 टन से अधिक इस्पात की आपूर्ति की?

सारांश
Key Takeaways
- सेल ने जोजिला सुरंग में 31,000 टन से अधिक इस्पात की आपूर्ति की।
- यह सुरंग भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग बनने जा रही है।
- जोजिला सुरंग नागरिक और सैन्य गतिशीलता को बढ़ाएगी।
- सेल का योगदान राष्ट्र निर्माण की दीर्घकालिक विरासत को मजबूत करता है।
- इस परियोजना से क्षेत्र में आर्थिक अवसर पैदा होंगे।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) सरकारी क्षेत्र की महारत्न कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने सोमवार को घोषणा की कि वह जोजिला सुरंग परियोजना के लिए सबसे बड़ी इस्पात आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरी है।
यह महत्वाकांक्षी परियोजना वर्तमान में निर्माणाधीन है, और इसके पूरा होने पर यह भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग और एशिया की सबसे लंबी द्वि-दिशात्मक सुरंग बनेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि सेल इस रणनीतिक इन्फ्रास्ट्रक्चर में एक महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में कार्य कर रही है। कंपनी ने टीएमटी री-बार, स्ट्रक्चरल और प्लेटों सहित 31,000 टन से अधिक इस्पात की आपूर्ति की है, और इस परियोजना के लिए अपनी इस्पात आपूर्ति को लगातार बनाए रखे हुए है, क्योंकि इसके महत्वपूर्ण परियोजना के पूरा होने की समयसीमा 2027 है।
जोजिला सुरंग 11,578 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसका निर्माण चुनौतीपूर्ण हिमालयी भूभाग में किया जा रहा है। 30 किलोमीटर से अधिक लंबी यह सुरंग, द्रास और कारगिल होते हुए श्रीनगर और लेह के बीच सभी मौसम में संपर्क प्रदान करेगी।
यह सुरंग श्रीनगर-कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस क्षेत्र में नागरिक और सैन्य गतिशीलता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी।
कंपनी ने बयान में आगे कहा, "जोजिला सुरंग में यह योगदान सेल की राष्ट्र निर्माण की दीर्घकालिक विरासत को और मजबूत करता है। जोजिला सुरंग जैसी बड़ी परियोजनाएं सेल के इस्पात की विश्वसनीयता और मजबूती पर निरंतर भरोसा करती हैं, जो कंपनी की गुणवत्ता के प्रति समर्पण और भारत के भविष्य को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका का प्रमाण है।"
सेल के अनुसार, जोजिला सुरंग परियोजना न केवल एक रणनीतिक इन्फ्रास्ट्रक्चर एसेट है, बल्कि इस क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर भी पैदा करेगी।
जोजिला सुरंग के अलावा सेल ने भारत की अन्य प्रतिष्ठित इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं जैसे चिनाब रेलवे पुल, अटल सुरंग, बांद्रा-वर्ली सी लिंक, और ढोला सादिया एवं बोगीबील पुल आदि के लिए भी इस्पात की आपूर्ति की है।