क्या बैंक ऑफ जापान की ब्याज दर बढ़ोतरी से सोने की कीमतें गिर गईं?
सारांश
Key Takeaways
- बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दर को 0.75 प्रतिशत कर दिया।
- सोने की कीमत में 0.56 प्रतिशत की गिरावट हुई।
- चांदी की कीमत में 0.26 प्रतिशत की कमी आई।
- अमेरिकी महंगाई दर 2.7 प्रतिशत रही।
- डॉलर इंडेक्स में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
मुंबई, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सप्ताह के अंत में शुक्रवार सुबह, घरेलू वायदा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट का रुख देखा गया। इसका मुख्य कारण यह था कि बैंक ऑफ जापान (बीओजे) ने अपनी ब्याज दर को बढ़ा दिया, जिसके चलते निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर फरवरी डिलीवरी वाला सोना 0.56 प्रतिशत घटकर 1,33,772 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया। वहीं, शुरुआती कारोबार में चांदी की कीमतों में भी कमजोरी देखी गई और मार्च डिलीवरी वाली चांदी 0.26 प्रतिशत गिरकर 2,03,034 रुपए प्रति किलो पर ट्रेड होती नजर आई। हालांकि, बाद में इसकी कीमतों में बढ़ोतरी हुई।
कीमती धातुओं की कीमतों में यह गिरावट उस समय आई, जब बैंक ऑफ जापान ने अपनी प्रमुख ब्याज दर को बढ़ाकर 0.75 प्रतिशत कर दिया, जो कि सितंबर 1995 के बाद का सबसे उच्चतम स्तर है।
हालांकि, बाजार को इस फैसले का पहले से अंदाजा था, फिर भी निवेशकों ने मुनाफा वसूली की। इस फैसले का अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर असर पड़ा और इसका प्रभाव सोने तथा चांदी जैसी कीमती धातुओं के भाव पर भी पड़ा।
अमेरिका से प्राप्त महंगाई की रिपोर्ट ने भी सोने की कीमतों को नीचे खींचा। नवंबर में अमेरिका में महंगाई दर 2.7 प्रतिशत रही, जबकि विशेषज्ञों को इसकी 3.1 प्रतिशत रहने की उम्मीद थी।
आमतौर पर सोने को महंगाई से बचाव का साधन माना जाता है, लेकिन जब महंगाई कम होती है तो सोने की मांग घट जाती है और कीमतों पर दबाव पड़ता है।
इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर भी थोड़ा मजबूत हुआ। डॉलर इंडेक्स में 0.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह एक हफ्ते के ऊंचे स्तर के करीब पहुँच गया। जब डॉलर मजबूत होता है, तो दूसरे देशों के लोगों के लिए सोना खरीदना महंगा पड़ता है, जिससे इसकी मांग कम हो जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि केंद्रीय बैंकों के फैसले, अमेरिका की कम महंगाई और मजबूत डॉलर, इन सभी कारणों ने मिलकर शुक्रवार के शुरुआती कारोबार में सोने और चांदी की कीमतों को नीचे धकेल दिया।