क्या भारत का व्यापार घाटा नवंबर में घटा?
सारांश
Key Takeaways
- भारत का व्यापार घाटा नवंबर में 24.53 अरब डॉलर रहा।
- निर्यात में 73.99 अरब डॉलर की वृद्धि हुई।
- आयात 80.63 अरब डॉलर रहा।
- भारत का व्यापार संतुलन सकारात्मक बना है।
- अमेरिका से ऊर्जा का आयात बढ़ा रहा है।
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत का व्यापार घाटा नवंबर में कम होकर 24.53 अरब डॉलर हो गया है, जबकि पिछले वर्ष नवंबर में यह 31.92 अरब डॉलर था। यह जानकारी सोमवार को सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में दी गई।
व्यापार घाटे में कमी का मुख्य कारण निर्यात में वृद्धि और आयात में गिरावट रही है।
सरकार ने बताया कि नवंबर में कुल निर्यात 73.99 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 64.05 अरब डॉलर था। वहीं, आयात 80.63 अरब डॉलर हो गया है, जो पिछले वर्ष 81.1 अरब डॉलर था।
सरकार ने यह भी कहा कि नवंबर का महीना वस्तु निर्यात के लिए अब तक का सबसे सफल महीना रहा है, जिसमें 38.13 अरब डॉलर की वस्तुओं का निर्यात किया गया।
वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि नवंबर आयात-निर्यात के लिए अच्छा महीना रहा है। इस दौरान सोने, कोयले और पेट्रोलियम के आयात में बड़ी कमी देखने को मिली है।
अग्रवाल ने आगे कहा कि नवंबर में अक्टूबर में हुए नुकसान की भरपाई हो गई है और आने वाले वित्त वर्ष के लिए भविष्य उज्ज्वल रहने की संभावना है। टैरिफ के बावजूद नवंबर में अमेरिकी निर्यात 1.3 अरब डॉलर रहा है। चीन को निर्यात 1 अरब डॉलर रहा है और स्पेन, यूएई और तंजानिया जैसे देशों का प्रदर्शन भी सकारात्मक रहा है।
सरकार ने बताया कि वित्त वर्ष 26 की शुरुआत से अब तक कुल संचयी निर्यात 562.13 अरब डॉलर रहा है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 533 अरब डॉलर था। इस दौरान वस्तुओं का निर्यात 292 अरब डॉलर है।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर की अवधि में शीर्ष तीन निर्यात गंतव्यों में अमेरिका, यूएई और नीदरलैंड शामिल हैं, जबकि आयात गंतव्यों में चीन, यूएई और रूस का नाम शीर्ष पर है।
अग्रवाल ने कहा कि टैरिफ के बावजूद भारत अमेरिकी बाजारों में अपनी जगह बना रहा है। भारत अमेरिका से ऊर्जा का आयात बढ़ा रहा है और यह भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के लिए सकारात्मक संकेत है।