क्या भारत के यात्री वाहन बाजार ने नवंबर में 20.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की?

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क्या भारत के यात्री वाहन बाजार ने नवंबर में 20.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की?

सारांश

भारत के यात्री वाहन बाजार ने नवंबर में 20.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। जीएसटी में कटौती से मांग बढ़ी है, जिससे घरेलू थोक बिक्री लगभग 4.25 लाख यूनिट तक पहुंच गई। जानें इस क्षेत्र की मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाएं।

Key Takeaways

  • नवंबर में 20.7 प्रतिशत की वृद्धि
  • 4.25 लाख यूनिट्स की बिक्री
  • जीएसटी में कटौती का प्रभाव
  • मारुति सुजुकी की मजबूत बिक्री
  • दिसंबर में भी बढ़ोतरी की संभावना

नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के यात्री वाहन बाजार ने इस वर्ष नवंबर में मजबूत वृद्धि का प्रदर्शन करते हुए घरेलू थोक बिक्री में सालाना आधार पर 20.7 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़त हासिल की है, जो कि लगभग 4.25 लाख यूनिट तक पहुंच गई।

इस वर्ष सितंबर में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में कटौती के चलते वाहनों की कीमतों में आई कमी ने ग्राहकों को नए वाहनों की खरीदारी के लिए प्रेरित किया, जिससे मांग में उल्लेखनीय उछाल देखने को मिला।

मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआईएल) ने कहा कि सकारात्मक बाजार भावना बनी हुई है।

एमएसआईएल में मार्केटिंग और सेल्स के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पार्थो बनर्जी ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि कंपनी के आठ मॉडल पूरी तरह से बिक चुके हैं और अब कोई भी यूनिट डिस्पैच के लिए उपलब्ध नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि डीलर्स के पास वर्तमान में लगभग 80,000 यूनिट्स का स्टॉक है, जो कि 19 दिन की इंवेंट्री के बराबर है, और 40,000 यूनिट्स और आने वाली हैं।

एमएसआईएल की घरेलू थोक बिक्री नवंबर में सालाना आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर 170,971 यूनिट हो गई।

बनर्जी ने कहा कि दिसंबर भी एक मजबूत महीना साबित होने की उम्मीद है क्योंकि कंपनी की प्रोडक्शन टीम मांग की पूर्ति के लिए ओवरटाइम काम कर रही है।

उनके अनुमान के अनुसार, इस वर्ष नवंबर में यात्री वाहन उद्योग की थोक बिक्री 4,25,000 यूनिट रही, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 3,52,000 यूनिट थी। चालू वित्त वर्ष के लिए ऑटो उद्योग की वृद्धि 5-6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।

इससे पहले, सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के उद्योग डेटा के अनुसार, फेस्टिव डिमांड और जीएसटी सुधारों के कारण घरेलू पीवी थोक बिक्री इस वर्ष अक्टूबर में सालाना आधार पर 17.2 प्रतिशत बढ़कर 4,60,739 यूनिट तक पहुंच गई।

नवंबर के लिए घरेलू थोक बिक्री में टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। कंपनी ने 57,436 यूनिट डिस्पैच की, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 22 प्रतिशत की वृद्धि थी। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 56,336 यूनिट्स डिस्पैच की, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 21.9 प्रतिशत की वृद्धि थी। हुंडई मोटर इंडिया की घरेलू थोक बिक्री 4.3 प्रतिशत बढ़कर 50,340 यूनिट हो गई। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने नवंबर में 30,085 यूनिट डिस्पैच कीं, जो कि सालाना आधार पर 19.5 प्रतिशत की वृद्धि थी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत का यात्री वाहन बाजार एक नई दिशा में बढ़ रहा है। जीएसटी में कटौती ने न केवल बिक्री को बढ़ावा दिया है, बल्कि उपभोक्ताओं के बीच विश्वास भी जगाया है। यह एक सकारात्मक संकेत है, जो आने वाले समय में बाजार की स्थिरता को सुनिश्चित करेगा।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत में यात्री वाहनों की बिक्री में वृद्धि की मुख्य वजह क्या है?
जीएसटी दरों में कटौती और बढ़ती मांग मुख्य कारण हैं।
नवंबर में कितनी यूनिट्स की बिक्री हुई?
नवंबर में लगभग 4.25 लाख यूनिट्स की बिक्री हुई।
कौन सी कंपनी ने नवंबर में सबसे अधिक यूनिट्स की बिक्री की?
मारुति सुजुकी इंडिया ने सबसे अधिक बिक्री की।
क्या दिसंबर में भी बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद है?
हाँ, दिसंबर में भी मजबूत मांग की उम्मीद है।
क्या जीएसटी सुधारों का वाहन बिक्री पर प्रभाव पड़ा है?
जी हाँ, जीएसटी सुधारों ने बिक्री में महत्वपूर्ण वृद्धि की है।
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