क्या भारत के रिटेल लीजिंग में खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग की हिस्सेदारी 2025 तक बढ़ेगी?

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क्या भारत के रिटेल लीजिंग में खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग की हिस्सेदारी 2025 तक बढ़ेगी?

सारांश

भारत के शीर्ष सात शहरों में खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग की हिस्सेदारी 2025 तक 22 प्रतिशत तक पहुँचने की संभावना है। यह विस्तार रिटेल रियल एस्टेट के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव की ओर इशारा करता है, जिसमें बेंगलुरु ने प्रमुख भूमिका निभाई है। जानिए इस परिवर्तन के पीछे की कहानी।

Key Takeaways

  • भारत के टॉप 7 शहरों में खाद्य एवं पेय पदार्थ की हिस्सेदारी 22 प्रतिशत तक पहुँच सकती है।
  • बेंगलुरु ने एफ एंड बी सेक्टर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • 2028 तक 60 लाख वर्ग फुट एफ एंड बी स्थान उपलब्ध होने की उम्मीद है।
  • 20 से अधिक नए ग्लोबल खाद्य और पेय ब्रांड भारत में प्रवेश कर रहे हैं।
  • डीस्टिनेशन मॉल में 25 प्रतिशत जगह एफ एंड बी के लिए समर्पित की जाएगी।

नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के शीर्ष सात शहरों में कुल रिटेल लीजिंग में खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग की हिस्सेदारी 2023 के 16 प्रतिशत से बढ़कर 2025 तक 22 प्रतिशत हो जाएगी। यह जानकारी सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई।

यह क्षेत्र देश की रिटेल रियल एस्टेट विकास के लिए एक मजबूत आधार के रूप में उभरा है, जिसमें वर्ष 2003 के बाद से शीर्ष 7 शहरों में 40 लाख वर्ग फुट लीजिंग गतिविधि का आंकड़ा दर्ज किया गया है।

इन सात शहरों में मुंबई, दिल्ली, एनसीआर, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और पुणे शामिल हैं।

जेएलएल की एक रिपोर्ट के अनुसार, "इस महत्वपूर्ण विस्तार ने देश के बड़े रिटेल परिवर्तन में इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाया है, जिसमें पिछले पांच वर्षों में लगभग 18.6 मिलियन वर्ग फुट नए शॉपिंग मॉल स्पेस शामिल हुए हैं।"

बेंगलुरु ने कुल लीजिंग वॉल्यूम का एक-तिहाई से अधिक हिस्सा प्राप्त कर खुद को एफ एंड बी लीडर के रूप में स्थापित किया है।

प्रमुख बाजारों के रूप में इसके बाद मुंबई और दिल्ली एनसीआर आते हैं, जो एक ऐसे क्षेत्र में योगदान करते हैं जो मजबूत विकास क्षमता को प्रदर्शित करता है।

जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री और रिसर्च एंड आरईआईएस हेड डॉ. सामंतक दास ने कहा, "एफ एंड बी सेक्टर भारत के रिटेल रियल एस्टेट परिदृश्य को मौलिक रूप से नया आकार दे रहा है। हम एक क्रांतिकारी बदलाव देख रहे हैं, जहां डेवलपर्स अपकमिंग डेस्टिनेशन मॉल में 25 प्रतिशत तक जगह एफ एंड बी के लिए समर्पित करने की योजना बना रहे हैं।"

दास ने आगे कहा कि 2028 तक शीर्ष सात शहरों में 60 लाख वर्ग फुट एफ एंड बी स्थान उपलब्ध होने की उम्मीद है और हमें उम्मीद है कि 3-5 वर्षों के भीतर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ऑपरेटरों द्वारा क्वालिटी रिटेल लोकेशन की तलाश में तेजी से अब्सॉर्प्शन होगा।

रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र के विकास ने अंतरराष्ट्रीय ऑपरेटरों का महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है, जिसके साथ 2023 से 20 से अधिक नए ग्लोबल खाद्य और पेय ब्रांड भारत में प्रवेश कर रहे हैं।

जेएलएल इंडिया के ऑफिस लीजिंग एंड रिटेल सर्विस हेड, सीनियर मैनेजिंग डायरेक्टर (कर्नाटक, केरल) राहुल अरोड़ा ने कहा, ग्रोथ स्टोरी वास्तव में कई शहरों की कहानी है, जिसमें प्रत्येक ने अपनी विशेष पहचान बनाई है। बेंगलुरु न केवल कुल लीजिंग वॉल्यूम का एक-तिहाई से अधिक हिस्सा हासिल कर अग्रणी बना हुआ है, बल्कि 40 प्रतिशत नए पब और ब्रूहेरीज़ के साथ क्राफ्ट बेवरेज क्रांति का भी नेतृत्व कर रहा है।"

Point of View

मैं कह सकता हूँ कि यह रिपोर्ट भारत के रिटेल लीजिंग क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है। खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग की बढ़ती हिस्सेदारी न केवल व्यापार के लिए अवसर पैदा कर रही है, बल्कि उपभोक्ताओं को भी बेहतर विकल्प प्रदान कर रही है।
NationPress
15/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत में खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग की हिस्सेदारी कब बढ़ेगी?
खाद्य एवं पेय पदार्थ उद्योग की हिस्सेदारी 2025 में 22 प्रतिशत तक पहुँचने की संभावना है।
बेंगलुरु की भूमिका इस परिवर्तन में क्या है?
बेंगलुरु ने कुल लीजिंग वॉल्यूम का एक-तिहाई से अधिक हिस्सा प्राप्त कर खुद को एफ एंड बी लीडर के रूप में स्थापित किया है।