क्या केंद्र सरकार रेयर अर्थ मैग्नेट के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 1,345 करोड़ रुपए की सब्सिडी योजना बना रही है?

Click to start listening
क्या केंद्र सरकार रेयर अर्थ मैग्नेट के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 1,345 करोड़ रुपए की सब्सिडी योजना बना रही है?

सारांश

केंद्र सरकार रेयर अर्थ मैग्नेट के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 1,345 करोड़ रुपए की सब्सिडी योजना की घोषणा कर रही है। देश के प्रमुख निर्माताओं के लिए यह योजना महत्वपूर्ण अवसर प्रदान कर सकती है। जानें इस योजना के संभावित लाभ और इसके पीछे की रणनीति।

Key Takeaways

  • 1,345 करोड़ रुपए की सब्सिडी योजना को लागू करने का प्रस्ताव।
  • रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माताओं के लिए प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
  • महिंद्रा और ऊनो मिंडा जैसे घरेलू कंपनियों की भागीदारी।
  • चीन के निर्यात प्रतिबंधों का असर।
  • उच्च तकनीकी अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका

नई दिल्ली, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने शुक्रवार को जानकारी दी कि भारत सरकार ने देश में रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माताओं के लिए 1,345 करोड़ रुपए की सब्सिडी योजना तैयार की है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माताओं के लिए 1,345 करोड़ रुपए की सब्सिडी की एक योजना बनाई गई है। यह योजना वर्तमान में अंतर-मंत्रालयी परामर्श के अधीन है। अभी दो निर्माताओं को शामिल करने का प्रस्ताव है, हालांकि योजना तैयार होने तक इसमें बदलाव हो सकता है।"

भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव कामरान रिजवी ने बताया कि रेयर अर्थ ऑक्साइड से लेकर मैग्नेट तक की एंड-टू-एंड प्रोसेसिंग में लगे निर्माता इस सब्सिडी के पात्र होंगे। इस योजना में प्रस्तावित प्रोत्साहनों में निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्र की कंपनियों को शामिल किए जाने की उम्मीद है।

रिजवी ने कहा, "हमें मैग्नेट में रुचि है, जो कोई भी हमें मैग्नेट देगा, उसे प्रोत्साहन मिलेगा। यह (1,345 करोड़ रुपए की योजना) अंतर-मंत्रालयी परामर्श के लिए हमारी ओर से भेजी गई पहली रूपरेखा है। यह प्रस्तावित है कि इसके दो निर्माता होंगे।"

घरेलू वाहन निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा और ऑटो कंपोनेंट निर्माता ऊनो मिंडा, दो ऐसी कंपनियां हैं जिन्होंने घरेलू मैग्नेट उत्पादन के लिए प्लांट स्थापित करने में रुचि व्यक्त की है।

जून में भारी उद्योग मंत्रालय के साथ एक बैठक के दौरान, महिंद्रा ने प्रस्ताव दिया कि कंपनी या तो किसी स्थापित निर्माता के साथ साझेदारी कर सकती है या किसी स्थानीय निर्माता के साथ लंबी अवधि के सप्लाई एग्रीमेंट कर सकती है। यह कंपनी देश की अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं में से एक है।

ऊनो मिंडा मारुति सुजुकी जैसी ऑटो निर्माताओं को ऑटो कंपोनेंट की सप्लाई करती है।

चीन ने अमेरिकी टैरिफ वृद्धि के जवाब में रेयर अर्थ मैग्नेट के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिए हैं और व्यापार युद्ध में इस वस्तु का इस्तेमाल सौदेबाजी के लिए कर रहा है। इसका असर उन अन्य देशों पर भी पड़ा है, जो चीनी आयात पर निर्भर हैं।

रेयर अर्थ मैग्नेट का इस्तेमाल अलग-अलग हाई-टेक एप्लीकेशन में किया जाता है, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक सामान और इलेक्ट्रिक वाहन से लेकर बड़े पैमाने के औद्योगिक उपकरण शामिल हैं।

ये मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटरों, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों और विंड टर्बाइनों में, छोटे आकार में भी प्रबल चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने की अपनी क्षमता के कारण अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनका उपयोग कंप्यूटर हार्ड ड्राइव, लाउडस्पीकर, हेडफ़ोन और एमआरआई स्कैनर जैसे मेडिकल डिवाइस में भी किया जाता है।

Point of View

यह योजना भारत के औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि सरकार इस योजना को सही तरीके से लागू करती है, तो यह न केवल घरेलू निर्माताओं को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि देश की इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन क्षमता को भी बढ़ाएगी। यह योजना भारत को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
NationPress
04/09/2025

Frequently Asked Questions

रेयर अर्थ मैग्नेट क्या हैं?
रेयर अर्थ मैग्नेट विशेष प्रकार के मैग्नेट होते हैं जिनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक सामान और इलेक्ट्रिक वाहनों में किया जाता है।
यह सब्सिडी योजना किसके लिए है?
यह योजना भारत में रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माताओं के लिए है, जो इसे बनाने और प्रोसेसिंग में लगे हैं।
क्या इस योजना का कोई खास लाभ है?
इस योजना से घरेलू निर्माताओं को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे उत्पादन बढ़ेगा और देश की तकनीकी क्षमता में सुधार होगा।
कब तक यह योजना लागू होगी?
यह योजना अभी अंतर-मंत्रालयी परामर्श के अधीन है, और आगे चलकर इसे लागू किया जाएगा।
क्या इस योजना में विदेशी कंपनियों को शामिल किया जाएगा?
यह योजना दोनों, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को शामिल करने की उम्मीद करती है।