क्या भारतीय रेलवे की नई पहल से वंदे भारत ट्रेनों में स्थानीय खाने का स्वाद मिलेगा?
सारांश
Key Takeaways
- वंदे भारत ट्रेनों में स्थानीय भोजन की सेवा शुरू होगी।
- रेल मंत्री ने फर्जी पहचान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।
- 3.03 करोड़ फर्जी अकाउंट्स बंद किए गए हैं।
- आधार-आधारित ओटीपी प्रणाली ने तत्काल टिकट बुकिंग में सुधार किया है।
- यात्रियों का अनुभव समृद्ध करने के लिए नई योजनाएं लागू की जा रही हैं।
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वंदे भारत ट्रेनों के लिए सरकार ने एक नई रणनीति तैयार की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को रेल भवन में अधिकारियों के साथ की गई बैठक में इन ट्रेनों में स्थानीय भोजन पेश करने की योजना पर चर्चा की।
इस संबंध में रेल मंत्री ने कहा कि स्थानीय भोजन की सेवा से यात्रियों का अनुभव और भी समृद्ध होगा, क्योंकि इससे उन्हें यात्रा के दौरान उस क्षेत्र की संस्कृति और स्वाद का अनुभव प्राप्त होगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह सुविधा भविष्य में सभी ट्रेनों में धीरे-धीरे लागू की जाएगी।
रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे ने ट्रेन टिकटों की बुकिंग में फर्जी पहचान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। फर्जी आईडी की पहचान और सही पहचान सुनिश्चित करने के लिए एक कड़ा सिस्टम लागू किया गया है, जिससे आईआरसीटीसी वेबसाइट पर प्रतिदिन लगभग 5,000 नए यूजर आईडी बन रहे हैं। पहले यह संख्या एक लाख तक पहुंच गई थी।
अब तक 3.03 करोड़ फर्जी अकाउंट्स को नष्ट किया जा चुका है। इसके अलावा, 2.7 करोड़ यूजर आईडी को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है क्योंकि वे संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे।
इस सप्ताह के आरंभ में केंद्रीय मंत्री ने संसद में बताया कि ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग में धोखाधड़ी को रोकने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अब आधार-आधारित ओटीपी प्रणाली लागू की गई है। यह प्रणाली 322 ट्रेनों में सक्रिय हो चुकी है, जिससे तत्काल टिकट की पुष्टि का समय लगभग 65 प्रतिशत बढ़ गया है।
साथ ही, रेलवे आरक्षण काउंटरों पर भी आधार-आधारित ओटीपी बुकिंग प्रणाली को लागू किया जा रहा है। अब यह प्रणाली 211 ट्रेनों में शुरू की जा चुकी है (4 दिसंबर 2025 तक)। इससे 96 प्रमुख ट्रेनों में 95 प्रतिशत ट्रेनों में तत्काल टिकट की उपलब्धता में सुधार हुआ है।
रेल मंत्री ने आगे बताया कि यूजर अकाउंट की पुन: सत्यापन और निरीक्षण की प्रक्रिया की गई है। अब तक 3.02 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को 2025 जनवरी से बंद किया गया है। अकामाई जैसे एंटी-बॉट समाधानों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे फर्जी उपयोगकर्ताओं को अलग करके सही यात्रियों के लिए बुकिंग को आसान और सुगम बनाया जा सके।
-- राष्ट्र प्रेस
दुर्गेश बहादुर/एबीएस