क्या भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ खुला है? आरबीआई एमपीसी से निवेशक उत्साहित हैं

सारांश
Key Takeaways
- सेंसेक्स 80,692 पर और निफ्टी 24,744 पर खुला।
- आरबीआई एमपीसी की बैठक चल रही है।
- निवेशकों को रेपो रेट में कटौती की उम्मीद है।
- अधिकांश एशियाई बाजार हरे निशान में हैं।
- विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं।
मुंबई, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार के कारोबारी सत्र में तेजी के साथ शुरुआत की। सुबह 9:42 बजे सेंसेक्स 265 अंक या 0.33 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 80,692 पर और निफ्टी 88 अंक या 0.38 प्रतिशत की मजबूती के साथ 24,744 पर था।
लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी तेजी देखी जा रही है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 418 अंक या 0.74 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 56,797.30 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 132 अंक या 0.75 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,692 पर था।
सेक्टोरल आधार पर ऑटो, आईटी, फाइनेंसियल सर्विसेज, फार्मा, मेटल, रियल्टी, मीडिया, एनर्जी और इन्फ्रा क्षेत्रों में तेजी देखी गई, जबकि केवल एफएमसीजी इंडेक्स लाल निशान में था।
सेंसेक्स में बीईएल, इटरनल, टाइटन, टाटा स्टील, ट्रेंट, एमएंडएम, टाटा मोटर्स, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, टीसीएस, एसबीआई और पावर ग्रिड जैसे शेयर टॉप गेनर्स रहे। वहीं, एचयूएल, एक्सिस बैंक, एलएंडटी, मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, आईटीसी और एचसीएल टेक टॉप लूजर्स रहे।
आज से आरबीआई एमपीसी की बैठक शुरू हुई है, जो 1 अक्टूबर तक चलेगी। निवेशक रेपो रेट में कमी की उम्मीद कर रहे हैं, जो वर्तमान में 5.50 प्रतिशत है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी आरबीआई एमपीसी में रेपो रेट को 5.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा जा सकता है, और ब्याज दरों में कटौती की संभावना काफी कम है।
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूत लचीलापन दिखाया है और 2025-26 की पहली तिमाही में पांच तिमाहियों की उच्चतम वृद्धि हासिल की है, जो मुख्यतः घरेलू खपत और अन्य स्थानीय कारकों से प्रेरित है।"
ज्यादातर एशियाई बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। शंघाई, हांगकांग, बैंकॉक, सोल और जकार्ता हरे निशान में थे, जबकि टोक्यो लाल निशान में था। अमेरिका के शेयर बाजार शुक्रवार को बढ़कर बंद हुए।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 26 सितंबर को लगातार पांचवें सत्र में अपनी बिकवाली का सिलसिला जारी रखा और 5,687 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी बिकवाली जारी रखी और उसी दिन 5,843 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।