क्या शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ, मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में बिकवाली हुई?
सारांश
Key Takeaways
- शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है।
- मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली का दबाव है।
- निवेशक ट्रेड डील का इंतजार कर रहे हैं।
- आर्थिक आधार मजबूत है।
- नतीजों का सीजन चल रहा है।
मुंबई, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार के कारोबारी सत्र के दौरान गंभीर गिरावट देखने को मिली। दिन के अंत में सेंसेक्स ७२१.०८ अंक या ०.८८ प्रतिशत की कमी के साथ ८१,४६३.०९ और निफ्टी २२५.१० अंक या ०.९० प्रतिशत की कमी के साथ २४,८३७ पर बंद हुआ।
बिकवाली का अधिक दबाव मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में देखा गया है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स ९५१.२५ अंक या १.६१ प्रतिशत की गिरावट के साथ ५८,००९.४५ और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स ३९२.३५ अंक या २.१० प्रतिशत की गिरावट के साथ १८,२९४.४५ पर बंद हुआ।
मार्केट विशेषज्ञ सुनील शाह ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बाजार एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है। पिछले दो सत्रों में गिरावट देखने को मिली है, जबकि इससे पहले के सत्र में सेंसेक्स में ५०० अंक की बड़ी तेजी देखी गई थी।
उन्होंने आगे कहा कि निवेशक अभी अमेरिका-भारत ट्रेड डील का इंतजार कर रहे हैं। एक बार यह डील हो जाने पर, इसका सकारात्मक प्रभाव बाजार पर देखने को मिलेगा।
सेक्टोरल आधार पर, ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, मीडिया, एनर्जी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। केवल फार्मा और हेल्थकेयर इंडेक्स ही हरे निशान में बंद होने में सफल रहे।
सेंसेक्स पैक के ५० में से ४८ शेयर लाल निशान में बंद हुए।
बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, मारुति सुजुकी, एसबीआई, टाटा स्टील, एचसीएल टेक, एलएंडटी, टाइटन और एचयूएल टॉप लूजर्स रहे। केवल सन फार्मा और भारती एयरटेल ही गेनर्स बने।
शाह ने बताया कि नतीजों का सीजन चल रहा है। शेयर अपने नतीजों के अनुसार प्रतिक्रिया दे रहे हैं। भारत का आर्थिक आधार काफी मजबूत है। इस साल के बजट में दी गई आयकर में छूट का असर कंपनियों के तीसरी और चौथी तिमाही के नतीजों में देखने को मिलेगा।
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत लाल निशान में हुई थी। सुबह ९:२७ पर सेंसेक्स २४४ अंक या ०.३० प्रतिशत की गिरावट के साथ ८१,९३९ और निफ्टी ८६ अंक या ०.३५ प्रतिशत की कमजोरी के साथ २४,९८५ पर था।