क्या इथेनॉल ब्लेंडिंग से किसानों की आय में वृद्धि हुई है?

सारांश
Key Takeaways
- इथेनॉल ब्लेंडिंग ने किसानों की आय में वृद्धि की है।
- सरकार ने किसानों को 1,18,126 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
- इथेनॉल का उपयोग 232 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल के विकल्प के रूप में किया गया है।
- कार्बन उत्सर्जन में 698 लाख मीट्रिक टन की कमी आई है।
- भारत ने 2025 की शुरुआत में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल किया है।
नई दिल्ली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। सरकार इथेनॉल ब्लेंडिंग के माध्यम से एक ओर देश के कच्चे तेल के आयात को कम करके बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की बचत कर रही है। दूसरी ओर, यह किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण लाभ लेकर आई है।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को बताया कि इथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम के तहत सरकार ने पिछले 11 वर्षों में किसानों को 1,18,126 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया है।
मंत्री ने बताया कि इथेनॉल ब्लेंडिंग के कारण 1,36,655 करोड़ रुपए विदेशों में जाने से बचाए गए हैं, जिससे देश को विदेशी मुद्रा की बचत में मदद मिली है।
इस अवधि में, इथेनॉल का उपयोग 232 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल के विकल्प के रूप में किया गया है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में 698 लाख मीट्रिक टन की कमी आई है।
हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इथेनॉल नए भारत की विकास यात्रा का इंजन बन रहा है।
हर एक बूंद में किसान का स्वाभिमान और सम्मान है, जिससे वे आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं। 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को हम समय से पहले प्राप्त कर चुके हैं।"
इससे पहले, हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि E20 (इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल) अब सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों - इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम - के सभी रिटेल आउटलेट्स पर उपलब्ध है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने 2025 की शुरुआत में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लिया है, जो 2030 की मूल समय सीमा से छह साल पहले है, और यह स्वच्छ ईंधन की दिशा में देश की यात्रा में मजबूत प्रगति को दर्शाता है।