क्या गूगल एक नया स्किलिंग प्रोग्राम ला रहा है, जो भारतीय स्टार्टअप्स को सशक्त बनाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- गूगल का नया स्किलिंग प्रोग्राम 27 नवंबर से शुरू होगा।
- प्रतिभागियों को एआई टूल्स के उपयोग की ट्रेनिंग मिलेगी।
- प्रोग्राम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट मिलेगा।
- प्रतिभागियों को उनके नवाचार को प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा।
- रजिस्ट्रेशन स्टार्टअप.गूगल.कॉम पर किया जा सकता है।
नई दिल्ली, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। टेक कंपनी गूगल ने बुधवार को गूगल फॉर स्टार्टअप्स इंडिया के तहत एक नया स्किलिंग प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है। यह प्रोग्राम शुरुआती दौर के फाउंडर्स और नए एंटरप्रेन्योर्स के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप्स को ग्रोइंग जेनरेटिव एआई लैंडस्केप में सशक्त बनाना है।
यह प्रोग्राम 27 नवंबर से 7 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी।
गूगल द्वारा प्रस्तुत यह प्रोग्राम गूगल टूल्स जैसे जेमिनी, नैनो बनाना, और इमेजन का उपयोग करके एआई प्रोटोटाइप्स विकसित करने पर केंद्रित होगा। इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को एआई सॉल्यूशन के आइडेशन, डिजाइन और डिप्लॉयमेंट की ट्रेनिंग दी जाएगी।
कंपनी के अनुसार, यह प्रोग्राम गाइडेड ऑनलाइन ट्रेनिंग और वर्कशॉप की एक श्रृंखला के माध्यम से नॉन-टेक्निकल और क्रिएटिव फाउंडर्स, साथ ही प्री-एंट्रेप्रेन्योर्स को एआई स्टूडियो में जेमिनी, नैनो बनाना, इमेजन और वेओ जैसे आसान, प्रॉम्प्ट-बेस्ड टूल्स का उपयोग कर प्रोटोटाइप बनाने, डिजाइन करने और वैलिडेट करने के लिए सशक्त करेगा।
प्रतिभागियों को इस प्रोग्राम के लिए सर्टिफिकेट भी प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को उनके इनोवेशन को शोकेस करने का अवसर भी मिलेगा। प्रोग्राम के प्रतिभागी अगले वर्ष जनवरी में होने वाले 'बिल्ड द फ्यूचर' शोकेस में भाग लेने के लिए पात्र होंगे।
गूगल फॉर स्टार्टअप्स इंडिया की प्रमुख रागिनी दास ने कहा, "हमारा लक्ष्य हर एक फाउंडर तक एआई की शक्ति को पहुंचाना है, जिससे पारंपरिक कोडिंग से जुड़ी बाधाएं खत्म हो सकें। गूगल के फुल स्टैक एआई इकोसिस्टम का लाभ उठाते हुए यह प्रोग्राम एंटरप्रेन्योर्स को कॉन्सेप्ट से क्रिएशन की दिशा में तेजी से बढ़ने में मदद करेगा।"
यह पहल इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्टार्टअप हब, स्टार्टअप इंडिया, इंडियाएआई मिशन, और नैसकॉम के सहयोग से प्रस्तुत की गई है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्टार्टअप हब के सीईओ पन्नीरसेल्वम मदनगोपाल ने कहा कि यह साझेदारी डिजिटल इंडिया और विकसित भारत के दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसमें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी समाधानों को लाने के लिए फाउंडर्स को सशक्त करने के लिए एआई का उपयोग किया जा रहा है।
गूगल ने इस प्रोग्राम के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। इच्छुक फाउंडर्स और नए एंटरप्रेन्योर्स स्टार्टअप.गूगल.कॉम पर जाकर खुद को रजिस्टर कर सकते हैं।