क्या जीएसटी रेट कटौती ने बढ़ाई देश भर में खरीदारी?

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क्या जीएसटी रेट कटौती ने बढ़ाई देश भर में खरीदारी?

सारांश

जीएसटी दरों में कटौती ने त्योहारी खरीदारी को नई ऊँचाइयाँ दी हैं। नवरात्रि के दौरान, ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है, जो देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान कर रही है। जानिए कैसे ये बदलाव उपभोक्ताओं और उद्योग को प्रभावित कर रहे हैं।

Key Takeaways

  • जीएसटी दरों में कटौती ने खरीदारी को बढ़ावा दिया है।
  • ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में 34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • डिजिटल पेमेंट में दस गुना वृद्धि हुई है।
  • त्योहारी सीजन में 7 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होने का अनुमान है।
  • ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने 29 प्रतिशत वृद्धि दिखाई है।

नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस) । उद्योग के अनुमान बताते हैं कि जीएसटी दरों में हालिया कटौती ने देशभर में खरीदारी को तेजी दी है, जिससे ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और ई-कॉमर्स क्षेत्र में नवरात्रि की बिक्री पिछले कई वर्षों में सबसे बड़ी खपत में से एक बन गई है।

विश्लेषकों का कहना है कि त्योहारी और शादी-ब्याह के मौसम में कारोबार 7 लाख करोड़ रुपए से अधिक होने की संभावना है।

उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, जीएसटी बचत का लाभ उठाने के लिए खरीदारों की बढ़ती होड़ के कारण डिजिटल पेमेंट रातोंरात दस गुना बढ़कर 21 सितंबर के 1.18 लाख करोड़ रुपए से 22 सितंबर को 11.31 लाख करोड़ रुपए हो गया।

दिल्ली में त्योहारी बिक्री 75,000 करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जबकि अहमदाबाद में 2,500 रुपए से कम कीमत वाले कपड़ों पर जीएसटी में कटौती के बाद सूती कपड़ों की मांग में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

जीएसटी सुधारों से ऑटोमोटिव और कंज्यूमर ड्यूरेबल के क्षेत्र को भारी बढ़ावा मिला है।

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने नवरात्रि में ऑटो बिक्री में सालाना आधार पर 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है।

मारुति सुजुकी इंडिया ने पिछले साल की तुलना में अपनी बिक्री दोगुनी कर दी और आठ दिनों में 1,65,000 कारों की डिलीवरी की, जिसमें अष्टमी पर रिकॉर्ड 30,000 वाहन शामिल हैं, जबकि दोपहिया वाहन निर्माताओं के शोरूम में ग्राहकों की संख्या दोगुनी हो गई।

उद्योग के अनुमानों के अनुसार, प्रीमियम उत्पाद श्रेणियों के कारण कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की बिक्री में 40-45 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सभी प्रमुख उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांडों और डीलरों ने दोहरे अंकों में मजबूत वृद्धि देखी।

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भी त्योहारी जीएसटी कटौती के सबसे बड़े लाभार्थियों में से एक बनकर उभरे, क्योंकि अमेजन इंडिया ने महानगरीय क्षेत्रों में उसी दिन और अगले दिन डिलीवरी में 29 प्रतिशत और टियर-2 और टियर-3 शहरों में दो-दिवसीय डिलीवरी में 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सेंटीमेंट ने उपभोक्ता गति को दर्शाया और निफ्टी 50 मजबूत विदेशी निवेश, मजबूत रुपए और त्योहारी मांग के समर्थन से 52-सप्ताह के उच्च स्तर 25,709 पर पहुंच गया।

आवश्यक और उपभोक्ता वस्तुओं पर कम करों ने घरेलू बजट को आसान बनाया है और लोकल सप्लाई चेन को एक्टिव कर दिया, जिससे बाज़ारों में भारत में निर्मित उत्पादों को बढ़ावा मिला है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि जीएसटी कटौती ने न केवल उपभोक्ताओं को राहत दी है, बल्कि व्यवसायों को भी प्रोत्साहित किया है। इस त्योहारी सीजन में बढ़ती बिक्री संकेत देती है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी दरों में कटौती से किस प्रकार के उत्पादों की बिक्री में वृद्धि हुई?
जीएसटी दरों में कटौती से ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
क्या डिजिटल पेमेंट में भी वृद्धि हुई है?
हां, जीएसटी बचत का लाभ उठाने के लिए डिजिटल पेमेंट में रातोंरात दस गुना वृद्धि देखी गई है।
नवरात्रि में बिक्री का अनुमान क्या है?
विश्लेषकों के अनुसार, नवरात्रि के दौरान कारोबार 7 लाख करोड़ रुपए से अधिक होने का अनुमान है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को क्या लाभ हुआ है?
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को त्योहारी जीएसटी कटौती से 29 प्रतिशत और टियर-2 तथा टियर-3 शहरों में 37 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है।
क्या जीएसटी सुधारों का ऑटोमोबाइल उद्योग पर प्रभाव पड़ा है?
जी हां, जीएसटी सुधारों से ऑटोमोबाइल उद्योग को भारी बढ़ावा मिला है और नवरात्रि में बिक्री में 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।