क्या दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई?
सारांश
Key Takeaways
- दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री 18 लाख यूनिट्स तक पहुँच गई है।
- वृद्धि का मुख्य कारण जीएसटी में कटौती है।
- दिवाली जैसे त्यौहारों का प्रभाव बिक्री पर पड़ा।
- इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री में मामूली गिरावट देखी गई।
- बाजार की स्थिति 2026 तक बेहतर रहने की संभावना है।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री नवंबर में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 18 लाख यूनिट्स तक पहुँच गई है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई है।
आईसीआरए की रिपोर्ट में दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री में इस वृद्धि के पीछे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती और कंपनियों द्वारा डीलरों को दिए गए ऑफर्स को प्रमुख कारण बताया गया है, जिससे त्योहारी मौसम के बाद शोरूम में ग्राहकों की आवाजाही बनी रही और डीलर्स ने अपनी इन्वेंट्री को फिर से भरने के लिए प्रेरित हुए।
रेटिंग्स फर्म ने कहा कि वित्त वर्ष 26 में दोपहिया वाहनों की वॉल्यूम ग्रोथ 6-9 प्रतिशत बढ़ सकती है। इसे जीएसटी में कटौती, शहरी खपत में बढ़ोतरी और सामान्य मानसून से ग्रामीण मांग में रिकवरी से सहायता मिलेगी।
हालांकि, नवंबर में दोपहिया वाहनों की रिटेल बिक्री सालाना आधार पर 9.1 प्रतिशत कम हुई है। इसका कारण त्योहारी सीजन में अधिक बिक्री है। दीपावली और दशहरा जैसे त्योहारों के कारण अक्टूबर में बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी के सकारात्मक प्रभाव और चल रहे शादी के सीजन से मिली मजबूत मांग के चलते डीलरों को ग्राहकों से लगातार अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री में सालाना आधार पर मामूली 1.4 प्रतिशत की गिरावट आई है, नवंबर में इनकी बिक्री 1,17,335 यूनिट रही। वित्त वर्ष 2026 के पहले आठ महीनों में समग्र दोपहिया वाहन सेगमेंट में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की हिस्सेदारी 6-7 प्रतिशत पर स्थिर रही, जो धीरे-धीरे बढ़ते उपयोग को दर्शाती है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) के आंकड़ों के अनुसार, खुदरा बिक्री में मजबूती के कारण, इन्वेंट्री का स्तर सितंबर के अंत में 60 दिनों से सुधरकर नवंबर 2025 तक 44-46 दिनों तक पहुँच गया।
नवंबर में यात्री वाहनों की कुल बिक्री में यूटिलिटी वाहनों की हिस्सेदारी 67 प्रतिशत रही, जो अक्टूबर के 69 प्रतिशत से कम है। वहीं, जीएसटी में कटौती के बाद मिनी, कॉम्पैक्ट और सुपर-कॉम्पैक्ट सेगमेंट में सुधार देखने को मिला।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नीतिगत सुधारों के जारी रहने और बाजार की बेहतर भावना के कारण यह वृद्धि 2026 तक जारी रहेगी।