क्या भारत-कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने के लिए नई पहल हुई है?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करना।
- निवेश को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा।
- कनाडा के साथ फार्मास्यूटिकल्स, टेलीकम्युनिकेशन और अन्य क्षेत्रों में सहयोग।
- नए रोडमैप 2025 का कार्यान्वयन।
- दोनों देशों के बीच साझेदारी के नए द्वार खोलना।
नई दिल्ली, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि उन्होंने कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू के साथ 7वें भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद की सह-अध्यक्षता की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "नए रोडमैप 2025 के तहत व्यापार और निवेश पर कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू के साथ 7वें भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद की सह-अध्यक्षता करना मेरे लिए खुशी की बात थी।"
इस संवाद में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने पर चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, निवेश को बढ़ावा देने और सहयोग को गहरा करने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
इससे पहले, मनिंदर सिद्धू ने भी दोनों देशों के बीच सहयोग के बारे में एक एक्स पोस्ट साझा किया था।
उन्होंने लिखा, "नई दिल्ली में मैंने फार्मास्यूटिकल्स, टेलीकम्युनिकेशन, एग्रीकल्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश में कनाडा-भारत सहयोग के नए अवसरों का पता लगाने के लिए जुबिलेंट भरतिया ग्रुप के हरि भरतिया से मुलाकात की।"
उन्होंने आगे कहा कि जुबिलेंट भरतिया ग्रुप जैसे बड़े प्लेयर के साथ सहयोग बढ़ाने से भारत और कनाडा के बीच साझेदारी के नए द्वार खुलेंगे।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक में कई देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। उन्होंने कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से मिलने की खुशी व्यक्त की और उन्हें जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक की मेज़बानी के लिए बधाई दी।
उन्होंने नए रोडमैप 2025 के कार्यान्वयन में हुई प्रगति की सराहना की और द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने की उम्मीद जताई।