क्या ट्रंप के नए टैरिफ फैसले से भारत से मसालों, चाय और काजू का निर्यात बढ़ेगा?
सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप का टैरिफ वापस लेना भारत के निर्यात के लिए सकारात्मक है।
- मसालों, चाय और काजू का निर्यात बढ़ेगा।
- अमेरिकी उपभोक्ताओं को सस्ते खाद्य उत्पाद मिलेंगे।
- भारतीय उत्पादकों को आर्थिक लाभ मिलेगा।
- फैसले का प्रभाव ग्लोबल ट्रेड पर पड़ेगा।
नई दिल्ली, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगभग 200 खाद्य उत्पादों पर टैरिफ को वापस लेने से भारत से मसालों, चाय और काजू का अमेरिका के लिए निर्यात बढ़ने की संभावना है।
विपक्ष की कड़ी आलोचना के बाद अमेरिकी प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों के लिए खाद्य उत्पादों की कीमतें घटाने के उद्देश्य से यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
अमेरिकी सरकार ने जिन खाद्य उत्पादों पर टैरिफ कम किया है, उनमें भारत से अमेरिका को निर्यात की जाने वाली कई वस्तुएं शामिल हैं, जैसे काली मिर्च, लौंग, जीरा, इलायची, हल्दी, अदरक, चाय की विभिन्न किस्में, आम से बने उत्पाद और काजू जैसे मेवे।
2024 में भारत द्वारा अमेरिका को निर्यात किए गए मसालों का मूल्य 500 मिलियन डॉलर से अधिक था, जबकि चाय और कॉफी का निर्यात लगभग 83 मिलियन डॉलर का था। भारत अमेरिका को लगभग 200 मिलियन डॉलर
भारतीय अधिकारियों ने बताया कि लगभग 50 प्रोसेस्ड फूड कैटेगरी ऐसी हैं, जिन्हें इस फैसले का लाभ मिलेगा। पिछले वर्ष इन कैटेगरी से 491 मिलियन डॉलर मूल्य के खाद्य उत्पादों का भारत से अमेरिका को निर्यात किया गया था, जिसमें कॉफी और चाय के अर्क, कोको-आधारित उत्पाद, फलों के रस, आम से बने उत्पाद और वनस्पति मोम शामिल हैं।
2024 में भारत से अमेरिका को 359 मिलियन डॉलर के मसालों का निर्यात किया गया था। अन्य 48 प्रकार के फल और मेवे, जिनमें नारियल, अमरूद, आम, काजू, केले, सुपारी और अनानास शामिल हैं, को भी टैरिफ कम होने से लाभ होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर कई खाद्य उत्पादों की तेजी से बढ़ती कीमतों को लेकर निरंतर दबाव बढ़ रहा था, क्योंकि इससे अमेरिका में लोगों की जीवन-यापन की लागत में वृद्धि हो रही थी। ट्रंप ने इस पर चिंता भी जताई थी।
पिछले हफ्ते वर्जीनिया और न्यू जर्सी के चुनावों में उनकी रिपब्लिकन पार्टी की हार के बाद, उन्हें महंगाई को काबू में लाने के लिए यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
ट्रंप प्रशासन ने कहा कि इन उत्पादों का घरेलू स्तर पर पर्याप्त मात्रा में उत्पादन नहीं किया जा सकता। खाद्य उत्पादों पर टैरिफ छूट गुरुवार, 13 नवंबर की मध्यरात्रि से लागू होगी।