क्या भारत का सेवा निर्यात अक्टूबर में वस्तुओं के निर्यात से 11 प्रतिशत बढ़ा?
सारांश
Key Takeaways
- 38.5 अरब डॉलर का सेवा निर्यात अक्टूबर में दर्ज किया गया।
- वस्तुओं का निर्यात 34.4 अरब डॉलर रहा।
- सोने का आयात 14.7 अरब डॉलर तक पहुँच गया।
- इलेक्ट्रॉनिक्स में वृद्धि जीएसटी रेट में कटौती के कारण हुई।
- व्यापार घाटा 41.7 अरब डॉलर पहुँचा।
नई दिल्ली, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इस साल अक्टूबर में भारत का सेवा निर्यात वस्तुओं के निर्यात की तुलना में 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 38.5 अरब डॉलर रहा। जबकि इस दौरान वस्तुओं का निर्यात 34.4 अरब डॉलर रहा। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आई है।
एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, सेवा क्षेत्र का निर्यात सितंबर-अक्टूबर की अवधि में औसतन 37.5 अरब डॉलर से बढ़ा, जबकि इस वर्ष के पहले आठ महीनों में यह 33 अरब डॉलर था। इस दौरान सेवा व्यापार अधिशेष 20 अरब डॉलर के ऑल-टाइम हाई पर रहा।
जैसा कि अनुमान था, इस वर्ष अक्टूबर में सोने के आयात में सालाना आधार पर 58 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दीपावली के महीने में सोने का आयात बिल पिछले महीने की तुलना में 5 अरब डॉलर से अधिक बढ़कर 14.7 अरब डॉलर हो गया।
इस बीच, मुख्य आयात जिसमें नॉन-ऑयल और नॉन-गोल्ड शामिल था, में गिरावट देखी गई। जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी, और मशीन टूल्स जैसी श्रेणियों में तेज वृद्धि हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी रेट में कटौती के कारण इलेक्ट्रॉनिक्स आयात में वृद्धि हुई है।
इस महीने अक्टूबर में भारत का वस्तु व्यापार घाटा बढ़कर 41.7 अरब डॉलर हो गया, जो कि सितंबर में 32.2 अरब डॉलर था। यह अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है। सीजनली एडजस्टिंग के बाद अक्टूबर में व्यापार घाटा 33.4 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो कि पिछले महीने सितंबर में 31.1 अरब डॉलर था।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका को निर्यात में लगातार दूसरे महीने भी गिरावट आई। सितंबर में यह -12 प्रतिशत था और अक्टूबर में -8.6 प्रतिशत रहा। वहीं, नॉन-अमेरिकी गंतव्यों के निर्यात में वृद्धि ने अपनी गति खो दी, जो कि इससे पहले सितंबर में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा था।