क्या जीएसटी 2.0 का असर, लग्जरी कार निर्माता लेक्सस इंडिया ने गाड़ियों की कीमत 20.8 लाख रुपए तक घटाई?

सारांश
Key Takeaways
- लेक्सस इंडिया ने कीमतें 20.8 लाख रुपए तक घटाई हैं।
- नई कीमतें 22 सितंबर को लागू होंगी।
- जीएसटी की दरों में कमी ने बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाई है।
- लग्जरी कारों पर टैक्स 40 प्रतिशत रखा गया है।
- अन्य कंपनियों ने भी कीमतों में कटौती की है।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लग्जरी कार निर्माता लेक्सस इंडिया ने सोमवार को जीएसटी की दरों में कटौती का लाभ अपने ग्राहकों को देते हुए कीमतों को 20.8 लाख रुपए तक घटाने का ऐलान किया।
नई कीमतें 22 सितंबर से लागू होंगी, जिस दिन जीएसटी की नई दरें प्रभावी होंगी।
जापानी लग्जरी कार कंपनी ने विभिन्न मॉडल्स पर कीमतें लगभग 1.5 लाख रुपए से लेकर 20.8 लाख रुपए तक कम की हैं।
एंट्री लेवल की ईएस 300एच सेडान अब 1.47 लाख रुपए तक सस्ती हो गई है, जबकि लोकप्रिय एनएक्स 350एच एसयूवी की कीमत में 1.58 लाख रुपए की कमी आई है।
कंपनी की आरएक्स रेंज में आरएक्स 350एच की कीमत 2.1 लाख रुपए तक और आरएक्स 500एच की कीमत 2.58 लाख रुपए तक कम हो गई है।
कंपनी ने अपर सेगमेंट की लग्जरी गाड़ियों पर भी भारी छूट दी है। एलएम 350एच की कीमत अब 5.77 लाख रुपए तक कम हो गई है, जबकि फ्लैगशिप एलएक्स 500डी एसयूवी 20.8 लाख रुपए तक सस्ती हो गई है।
यह जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद भारत के लग्जरी कार सेगमेंट में कीमतों में हुई सबसे बड़ी कटौती में से एक है।
इस घोषणा पर टिप्पणी करते हुए, लेक्सस इंडिया के अध्यक्ष हिकारू इकेउची ने कहा कि कंपनी इस सुधार का पूरा लाभ अपने ग्राहकों तक पहुंचाने को लेकर खुश है।
उन्होंने कहा, "यह पहल सुगमता को बढ़ाती है और लग्जरी मोबिलिटी क्षेत्र में अधिक विश्वास पैदा करती है।"
इससे पहले अन्य लग्जरी कार कंपनियों जैसे बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज ने भी कीमतों में 11 लाख रुपए तक की कटौती करने का ऐलान किया है।
जीएसटी 2.0 के तहत, सरकार ने 1200 सीसी और 4 मीटर तक की पेट्रोल, पेट्रोल हाइब्रिड, एलपीजी और सीएनजी कारों पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है।
वहीं, 1500 सीसी और 4 मीटर तक की डीजल, डीजल हाइब्रिड कारों पर टैक्स को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है।
लग्जरी गाड़ियों को 40 प्रतिशत टैक्स के दायरे में रखा गया है। साथ ही सेस को समाप्त कर दिया गया है, जिससे लग्जरी गाड़ियां पहले के मुकाबले सस्ती हो गई हैं।