क्या यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट का कारण जीएसटी सुधार की प्रतीक्षा है?

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क्या यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट का कारण जीएसटी सुधार की प्रतीक्षा है?

सारांश

अगस्त में यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट आई है, जबकि ग्राहकों का ध्यान जीएसटी सुधार पर है। क्या इस बदलाव से ऑटोमोबाइल उद्योग में नई रौनक लौटेगी? जानें इस रिपोर्ट में!

Key Takeaways

  • यात्री वाहनों की बिक्री में 8.8 प्रतिशत की गिरावट आई है।
  • ग्राहक जीएसटी सुधार का इंतजार कर रहे हैं।
  • दोपहिया और तिपहिया वाहनों में वृद्धि जारी है।
  • उद्योग को जीएसटी 2.0 से सुधार की उम्मीद है।
  • बड़े वाहनों पर 40 प्रतिशत जीएसटी लागू होगा।

नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में विपरीत रुझान देखने को मिले हैं। ग्राहक 22 सितंबर से लागू होने वाले जीएसटी सुधार के लाभों का इंतजार कर रहे हैं, जिसके चलते यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है।

यात्री वाहनों की थोक बिक्री इस वर्ष अगस्त में सालाना आधार पर 8.8 प्रतिशत घटकर 3,21,840 यूनिट रह गई, जबकि अगस्त 2024 में यह 3,52,921 यूनिट दर्ज की गई थी।

हालांकि, इस बीच बीते महीने दोपहिया और तिपहिया वाहनों के क्षेत्र में लगातार वृद्धि जारी रही।

सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती और उसके बाद वाहनों की कीमतों में कमी की उम्मीद में ग्राहकों द्वारा खरीदारी को टाले जाने से बिक्री में गिरावट आई।

इसके विपरीत, दोपहिया वाहन बाजार में लगातार वृद्धि दर्ज की गई। डिस्पैच एक वर्ष पहले की 17,11,662 यूनिट से 7 प्रतिशत बढ़कर 18,33,921 यूनिट हो गया। इस सेगमेंट में स्कूटर की बिक्री 13 प्रतिशत बढ़कर 6,83,397 यूनिट हो गई, जबकि मोटरसाइकिल का डिस्पैच 4 प्रतिशत बढ़कर 11,06,638 यूनिट हो गया।

तिपहिया सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाली कैटेगरी रही, जिसने अगस्त में अपनी अब तक की सबसे अधिक 75,759 यूनिट की बिक्री दर्ज की, जो पिछले वर्ष के इसी महीने की 69,962 यूनिट से 8.3 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि मुख्यतः यात्री और मालवाहक वाहनों के कारण हुई।

हालांकि, इस सेगमेंट में ई-रिक्शा की बिक्री 49.4 प्रतिशत घटकर 1,344 यूनिट रह गई, जबकि ई-कार्ट की बिक्री 362.9 प्रतिशत बढ़कर 810 यूनिट हो गई।

उद्योग के हितधारकों को उम्मीद है कि जीएसटी 2.0 के कार्यान्वयन के साथ बिक्री की गति में सुधार होगा। 1,200 सीसी और 1,500 सीसी तक की इंजन क्षमता वाली पेट्रोल और डीजल कारों पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, जबकि बड़े वाहनों पर सबसे अधिक 40 प्रतिशत की दर से कर लगेगा।

टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हुंडई और अन्य प्रमुख वाहन निर्माताओं ने इस कर का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने की घोषणा की है।

इस बीच, आगामी त्योहारी सीजन और जीएसटी रेशनलाइजेशन के चलते अगस्त के दौरान यात्री वाहनों, तिपहिया, दोपहिया और क्वाड्रिसाइकिल का कुल उत्पादन स्थिर रहा।

Point of View

तो यह उद्योग को पुनर्जीवित कर सकता है।
NationPress
15/09/2025

Frequently Asked Questions

यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
ग्राहक जीएसटी सुधार के लाभों का इंतजार कर रहे हैं, जिसके कारण खरीदारी में देरी हो रही है।
क्या जीएसटी सुधार से बिक्री में सुधार होगा?
उम्मीद है कि जीएसटी 2.0 के कार्यान्वयन से बिक्री की गति में सुधार होगा।
दोपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि का कारण क्या है?
दोपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि मुख्यतः ग्राहकों की बढ़ती मांग के कारण है।
तिपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि का कारण क्या है?
तिपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि मुख्यतः यात्री और मालवाहक वाहनों की मांग के कारण हुई है।
क्या ग्राहक कीमतों में कमी की उम्मीद कर सकते हैं?
जीएसटी में संभावित कटौती के कारण ग्राहकों को कीमतों में कमी की उम्मीद है।