क्या जीएसटी सुधारों के बाद रेनॉल्ट ने कीमतें 96,000 रुपये तक कम कीं?

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क्या जीएसटी सुधारों के बाद रेनॉल्ट ने कीमतें 96,000 रुपये तक कम कीं?

सारांश

रेनॉल्ट इंडिया ने जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद ग्राहकों को लाभ पहुँचाने के लिए अपनी कारों की कीमतों में कटौती की है। यह कदम न केवल ग्राहकों के लिए लाभकारी है, बल्कि त्योहारी सीज़न में बिक्री बढ़ाने में भी सहायक हो सकता है।

Key Takeaways

  • रेनॉल्ट ने जीएसटी 2.0 के तहत कीमतें कम कीं।
  • क्विड, ट्राइबर और काइगर के मॉडल पर 96,395 रुपये तक की कटौती।
  • नई कीमतें 22 सितंबर से लागू होंगी।
  • अन्य कंपनियां भी इसी दिशा में कदम उठा सकती हैं।
  • इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी दर 5 प्रतिशत है।

नई दिल्ली, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेनॉल्ट इंडिया ने शनिवार को जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद अपनी कारों की कीमतों में बड़ी कटौती का ऐलान किया है और इसका पूरा लाभ ग्राहकों को दिया है।

इसके तीन मॉडल - क्विड, ट्राइबर और काइगर - की कीमतों में 96,395 रुपये तक की कमी की गई है।

फ्रांसीसी कार निर्माता के अनुसार, इस कटौती के साथ, क्विड की शुरुआती कीमत अब 4,29,900 रुपये (एक्स-शोरूम) है, जबकि नई ट्राइबर और नई काइगर दोनों की शुरुआती कीमत 5,76,300 रुपये (एक्स-शोरूम) है।

नई कीमतें 22 सितंबर या उसके बाद की सभी डिलीवरी पर लागू होंगी; हालाँकि, रेनॉल्ट डीलरशिप पर संशोधित दरों पर बुकिंग तुरंत शुरू हो गई है।

रेनॉल्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक, वेंकटराम मामिलपल्ले ने कहा, "जीएसटी 2.0 का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाना हमारे ग्राहकों के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमारा मानना ​​है कि समय पर की गई यह पहल न केवल हमारी कारों को और अधिक सुलभ बनाएगी, बल्कि त्योहारी सीज़न के दौरान मांग को भी बढ़ाएगी।"

यह कदम टाटा मोटर्स द्वारा भी पुष्टि किए जाने के बाद उठाया गया है कि वह 22 सितंबर से लागू नई जीएसटी दरों का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएगी। इसके परिणामस्वरूप, टियागो की कीमत में 75,000 रुपये तक की कमी आएगी, जबकि नेक्सन 1,55,000 रुपये तक सस्ती हो जाएगी।

नए जीएसटी 2.0 ढांचे के तहत, सभी आंतरिक दहन इंजन (आईसीई) कारों पर अब 18 प्रतिशत या 40 प्रतिशत कर लगेगा।

हैचबैक, कॉम्पैक्ट सेडान और कॉम्पैक्ट एसयूवी जैसी छोटी कारें 18 प्रतिशत के स्लैब में आती हैं, जबकि मध्यम आकार, बड़े और लक्ज़री मॉडल 40 प्रतिशत कर के दायरे में आते हैं। पहले, आईसीई वाहनों पर 28 प्रतिशत जीएसटी के साथ-साथ आकार और इंजन क्षमता के आधार पर 1 प्रतिशत से 22 प्रतिशत के बीच अतिरिक्त क्षतिपूर्ति उपकर लगता था।

इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए, जीएसटी दर 5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रही है, जबकि हाइड्रोजन ईंधन सेल वाहनों (एफसीईवी) पर 12 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत हो गई है।

महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी जैसी अन्य प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियां भी 22 सितंबर को नई जीएसटी दरें लागू होने से पहले ऐसा ही कर सकती हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि जीएसटी 2.0 का प्रभाव ऑटोमोबाइल उद्योग में सकारात्मक होगा। रेनॉल्ट और अन्य कंपनियों द्वारा की गई कीमतों में कटौती से न केवल ग्राहकों को सीधे लाभ होगा, बल्कि यह त्योहारी सीज़न के दौरान बिक्री को भी बढ़ाने की संभावना रखता है। यह कदम ग्राहकों की खरीददारी के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा।
NationPress
06/09/2025

Frequently Asked Questions

रेनॉल्ट ने कीमतें क्यों कम कीं?
रेनॉल्ट ने जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद ग्राहकों को लाभ पहुँचाने के लिए अपनी कारों की कीमतों में कटौती की है।
नई कीमतें कब से लागू होंगी?
नई कीमतें 22 सितंबर या उसके बाद की सभी डिलीवरी पर लागू होंगी।
कौन से मॉडल की कीमतें कम हुई हैं?
क्विड, ट्राइबर और काइगर के मॉडल की कीमतें कम हुई हैं।
क्या अन्य कंपनियां भी कीमतें कम करेंगी?
जी हाँ, टाटा मोटर्स जैसी अन्य कंपनियां भी नई जीएसटी दरों का लाभ ग्राहकों तक पहुँचाने के लिए कीमतें कम कर सकती हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी दर क्या है?
इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी दर 5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रही है।