क्या उड़ान योजना ने नौ वर्षों में 3.23 लाख फ्लाइट्स के जरिए 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों को सुविधा दी?

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क्या उड़ान योजना ने नौ वर्षों में 3.23 लाख फ्लाइट्स के जरिए 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों को सुविधा दी?

सारांश

उड़ान योजना ने भारत में हवाई यात्रा को आम नागरिकों के लिए सुलभ और किफायती बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस योजना के माध्यम से लाखों यात्रियों को लाभ हुआ है। जानिए इस योजना के बारे में सभी महत्वपूर्ण तथ्य।

Key Takeaways

  • उड़ान योजना ने 3.23 लाख उड़ानें संचालित की हैं।
  • 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा दी गई है।
  • 649 मार्गों का संचालन किया गया है।
  • सरकार ने 4,300 करोड़ रुपए की सहायता दी है।
  • यह योजना समावेशी और सस्टेनेबल है।

नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा है कि उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) योजना ने नौ वर्षों में 3.23 लाख उड़ान फ्लाइट्स के माध्यम से 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान की।

इस योजना के अंतर्गत, 649 मार्गों का संचालन प्रारंभ किया गया है, जो 93 अप्रयुक्त और कम सेवा वाले हवाई अड्डों को जोड़ते हैं, इनमें 15 हेलीपोर्ट और 2 वॉटर एयरोड्रम शामिल हैं।

इस बीच, एयरलाइन ऑपरेटरों और क्षेत्रीय ढांचे को समर्थन देने के लिए सरकार ने वीजीएफ के रूप में 4,300 करोड़ रुपए से अधिक वितरित किए हैं और क्षेत्रीय संपर्क योजनाओं (आरसीएस) के तहत हवाई अड्डे के विकास में 4,638 करोड़ रुपए का निवेश किया है।

मंत्रालय क्षेत्रीय संपर्क योजना की 9वीं वर्षगांठ मना रहा है।

इस विशेष अवसर पर नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति के तहत 21 अक्टूबर, 2016 को शुरू की गई उड़ान एक परिवर्तनकारी पहल रही है, जिसका उद्देश्य आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा को किफायती और सुलभ बनाना है।

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 27 अप्रैल, 2017 को शिमला और दिल्ली के बीच शुरू की गई पहली उड़ान ने क्षेत्रीय विमानन संपर्क में एक नए युग की शुरुआत की।

सिन्हा ने एक विस्तारित उड़ान ढांचे के माध्यम से अप्रैल 2027 के बाद भी इस योजना को जारी रखने की मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसमें पहाड़ी, पूर्वोत्तर और आकांक्षी क्षेत्रों के साथ संपर्क और लगभग 120 नए गंतव्यों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

मंत्रालय के अनुसार, हाल ही में की गई एक प्रमुख पहल अगस्त 2024 में सी-प्लेन संचालन के लिए व्यापक दिशानिर्देशों की शुरुआत और सी-प्लेन और हेलीकॉप्टरों के लिए विशेष बोली दौर, उड़ान 5.5 का शुभारंभ है।

इस दौर के अंतर्गत, विभिन्न तटीय और द्वीपीय क्षेत्रों में 30 वॉटर एयरोड्रम को जोड़ने वाले 150 मार्गों के लिए लेटर ऑफ इंटेंट जारी किए गए हैं।

मंत्रालय के अनुसार, उड़ान केवल एक योजना नहीं है; यह परिवर्तन का कैटेलिस्ट है और हवाई यात्रा को समावेशी, सस्टेनेबल और हमारी विकास यात्रा का एक अभिन्न अंग बनाने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

Point of View

उड़ान योजना ने भारत में हवाई यात्रा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने का कार्य किया है। यह न केवल नागरिकों के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाता है, बल्कि क्षेत्रीय विकास और संपर्क को भी बढ़ावा देता है। हमें इस पहल का समर्थन करना चाहिए और इसे आगे बढ़ाना चाहिए।
NationPress
22/10/2025

Frequently Asked Questions

उड़ान योजना कब शुरू हुई?
उड़ान योजना 21 अक्टूबर, 2016 को शुरू हुई थी।
इस योजना के तहत कितने मार्गों का संचालन किया गया है?
इस योजना के तहत 649 मार्गों का संचालन किया गया है।
इस योजना द्वारा कितने यात्रियों को सेवा दी गई है?
इस योजना ने 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा दी है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा को किफायती और सुलभ बनाना है।
क्या सरकार ने इस योजना को आगे बढ़ाने का वादा किया है?
जी हां, मंत्रालय ने इस योजना को अप्रैल 2027 के बाद भी जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है।