क्या भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुआ है? निफ्टी 26,000 के पार!
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय शेयर बाजार ने हरे निशान में समापन किया।
- निफ्टी 26,000 के पार पहुंचा।
- आईटी शेयरों ने बाजार में तेजी का नेतृत्व किया।
- मिडकैप और स्मॉलकैप का प्रदर्शन सपाट रहा।
- निफ्टी के लिए सपोर्ट 25,900 से 25,870 के बीच है।
मुंबई, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार के कारोबारी सत्र में लगातार चार दिनों की गिरावट के बाद हरे निशान में समापन किया। दिन के अंत में सेंसेक्स 158.51 अंक या 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85,265.32 पर और निफ्टी 47.75 अंक या 0.18 प्रतिशत की मजबूती के साथ 26,033.75 पर पहुंच गया।
बाजार में तेजी का नेतृत्व आईटी शेयरों ने किया। निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.41 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बंद हुआ। इसके साथ ही ऑटो, पीएसयू बैंक, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल और रियल्टी भी हरे निशान में बंद हुए।
हालांकि, दूसरी ओर एनर्जी, मीडिया, इन्फ्रा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस लाल निशान में रहे।
लार्जकैप की तुलना में मिडकैप और स्मॉलकैप में कारोबार सपाट रहा। इस वजह से बढ़ने वाले शेयरों की तुलना में गिरने वाले शेयरों की संख्या अधिक थी।
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 15.85 अंक की मामूली गिरावट के साथ 60,299.80 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 41.60 अंक की कमी के साथ 17,607.85 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स पैक में टीसीएस, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, भारती एयरटेल, सन फार्मा, बीईएल, ट्रेंट, आईटीसी, बजाज फाइनेंस, एमएंडएम, एक्सिस बैंक, एचयूएल, पावर ग्रिड, और एशियन पेंट्स शामिल थे। वहीं, मारुति सुजुकी, इटरनल (जोमैटो), कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाटा स्टील, एनटीपीसी और एलएंडटी लूजर्स रहे।
एसबीआई सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा कि सत्र के दौरान निफ्टी ने 160 अंकों के एक सीमित दायरे में कारोबार किया। फिर भी, इंडेक्स 26,000 के स्तर से ऊपर बंद होने में सफल रहा।
उन्होंने आगे कहा कि निफ्टी के लिए सपोर्ट जोन 25,900 से लेकर 25,870 है। तेजी की स्थिति में इंडेक्स के लिए रुकावट का स्तर 26,140 से लेकर 26,160 है। यदि यह इस स्तर को पार करता है, तो और मजबूती देखने को मिल सकती है।
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सपाट हुई थी। सेंसेक्स 5 अंक की मामूली गिरावट के साथ 85,101 और निफ्टी 2 अंक की कमजोरी के साथ 25,984 पर था।