क्या इंडिगो संकट के बीच जम्मू से 11 उड़ानें फिर से शुरू हुईं?
सारांश
Key Takeaways
- इंडिगो एयरलाइंस ने जम्मू से 11 उड़ानें बहाल की हैं।
- श्रीनगर से 7 उड़ानें रद्द हुई हैं।
- पायलटों की कमी से स्थिति गंभीर बनी हुई है।
- यात्रियों को रिफंड का आश्वासन दिया गया है।
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने किराए की सीमा निर्धारित की है।
श्रीनगर, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंडिगो एयरलाइंस द्वारा बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने के कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। लेकिन शनिवार को जम्मू एयरपोर्ट से 11 उड़ानों का संचालन फिर से शुरू करने की खबर आई।
हालांकि, श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर स्थिति अभी भी सामान्य नहीं हो पाई है, जहां शनिवार को 7 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। यह रद्दीकरण उसी व्यवधान का हिस्सा है जो पायलट रोस्टरिंग में गड़बड़ियों के कारण पिछले पांच दिनों से जारी है।
जम्मू एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं और उड़ानों में हो रही लगातार देरी और रद्दीकरण से स्थिति और भी गंभीर हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि जिन 11 उड़ानों को बहाल किया गया है, उनमें से 9 उड़ानें समय पर चलेंगी। जबकि, मुंबई और हैदराबाद के लिए 2 उड़ानें अभी भी निलंबित रहेंगी।
शनिवार को श्रीनगर हवाई अड्डे पर इंडिगो को कुल 36 उड़ानें संचालित करनी थीं, जिनमें 18 आगमन और 18 प्रस्थान शामिल थे। लेकिन रोस्टरिंग की समस्याओं के कारण 7 आने वाली और 7 जाने वाली उड़ानें रद्द कर दी गईं। इसके अलावा, एक अन्य एयरलाइन की उड़ान भी रद्द रही।
इंडिगो का संकट शनिवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया है। पायलटों की कमी और रोस्टरिंग में चूक के कारण उड़ानों में देरी और रद्दीकरण ने लाखों यात्रियों को प्रभावित किया है। कई यात्री बढ़ते खर्च, होटल बुकिंग के नुकसान और यात्रा योजनाओं में बदलाव से परेशान हैं। शुक्रवार को एयरलाइन ने इस बड़े संकट के लिए माफी भी मांगी और कहा कि जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हुई हैं, उन्हें पूरा रिफंड दिया जाएगा।
इंडिगो प्रतिदिन करीब 2300 उड़ानें संचालित करती है और इसके पास 400 से अधिक विमानों का बेड़ा है। इतनी बड़ी संख्या में उड़ानों के बीच पायलटों की अचानक कमी ने ऑपरेशनल सिस्टम को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप समय पर उड़ान भरने की दर में भारी गिरावट आई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि हालात को सामान्य होने में अभी कई दिन लग सकते हैं।
इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बढ़ती हवाई किराए की शिकायतों का संज्ञान लिया है। मंत्रालय ने सभी एयरलाइंस को निर्देश दिया है कि वे किराए की निर्धारित सीमा का पालन करें और किसी भी तरह की मनमानी कीमतें न वसूलें। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ये किराया सीमा तब तक लागू रहेगी, जब तक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाती।