क्या केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने नीति आयोग द्वारा आयोजित इवेंट में भारत की गरीबी कम करने की प्रगति पर प्रकाश डाला?
सारांश
Key Takeaways
- भारत की गरीबी कम करने की योजनाएँ सफल हो रही हैं।
- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- ग्लोबल साउथ में भारत एक आदर्श बन रहा है।
- द्विपक्षीय बैठकों में सर्विस डिलीवरी पर चर्चा हुई।
- सोशल प्रोटेक्शन सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है।
नई दिल्ली, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कतर में आयोजित दूसरे वर्ल्ड समिट फॉर सोशल डेवलपमेंट में नीति आयोग द्वारा आयोजित एक साइड इवेंट में भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री मांडविया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा, "मैंने कतर के दोहा में दूसरे वर्ल्ड समिट फॉर सोशल डेवलपमेंट में नीति आयोग द्वारा आयोजित 'पाथवेज आउट ऑफ पॉवर्टी : इंडियाज एक्सपीरियंस इन एम्पावरिंग द लास्ट माइल' पर साइड इवेंट में हिस्सा लिया।"
उन्होंने इस इवेंट के दौरान बताया कि पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में गरीबी कम करने की दिशा में भारत की अनूठी प्रगति को उजागर किया।
उन्हें यह देखकर बहुत खुशी हुई कि भारत की उपलब्धियों को दक्षिण एशिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के साझेदार देशों ने ग्लोबल साउथ में सामाजिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में स्वीकार किया।
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने बताया कि वे इस समिट के दौरान, रोमानिया के श्रम, परिवार, युवा और सामाजिक एकता मंत्री पेट्रे-फ्लोरिन मनोले, कतर की सामाजिक विकास और परिवार मंत्री बुथैना बिन्त अली अल जाबर अल नुऐमी और रशियन फेडरेशन के श्रम और सामाजिक मामलों के मंत्री एंटोन कोट्याकोव के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी शामिल हुए।
केंद्रीय मंत्री मांडविया ने लिखा, "हमारी बातचीत एफिशिएंट लास्ट-माइल सर्विस डिलीवरी के लिए डिजिटल इनोवेशन में सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने पर केंद्रित थी। मैंने सोशल प्रोटेक्शन सिस्टम को मजबूत करने और इंटरनेशनल यूथ मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए भारत के ई-श्रम और एनसीएस पोर्टल को एक मजबूत प्लेटफॉर्म के रूप में प्रस्तुत किया।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने कतर में आईएलओ द्वारा आयोजित ग्लोबल कोएलिशन फॉर सोशल जस्टिस के स्पॉटलाइट सेशन में भाग लिया। इस सेशन में केंद्रीय मंत्री ने सामाजिक न्याय को बेहतर बनाने और रिस्पॉन्सिबल बिजनेस कंडक्ट को आगे बढ़ाने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया।