क्या तिमाही नतीजे, पीएमआई और वैश्विक आर्थिक आंकड़े शेयर बाजार के रुख को प्रभावित करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- तिमाही नतीजे बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे।
- पीएमआई आंकड़े अर्थव्यवस्था की स्थिति को दर्शाते हैं।
- अमेरिका-भारत व्यापार सौदे की जानकारी महत्वपूर्ण है।
- बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है।
- सतर्कता बनाए रखना आवश्यक है।
मुंबई, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार के लिए अगला हफ्ता काफी महत्वपूर्ण होने जा रहा है। तिमाही नतीजे, पीएमआई और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों के साथ अमेरिका और भारत के बीच व्यापार सौदे पर नई जानकारी से बाजार की दिशा निर्धारित होगी।
21-25 जुलाई के कारोबारी हफ्ते में देश की प्रमुख कंपनियों जैसे डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया और सिप्ला अपने वित्तीय वर्ष 26 की पहली तिमाही के नतीजे पेश करेंगी, जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के नतीजों पर बाजार की प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी।
अगले हफ्ते भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटपुट और मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज के पीएमआई आंकड़े भी जारी किए जाएंगे। ये आंकड़े समग्र अर्थव्यवस्था की तस्वीर पेश करते हैं।
वैश्विक स्तर पर भारत और अमेरिका के बीच व्यापार सौदे पर नई जानकारी, कच्चे तेल की कीमतें, वैश्विक महंगाई और ब्याज दरों के बारे में आने वाले अपडेट का प्रभाव बाजार पर देखने को मिल सकता है।
पिछले हफ्ते बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया है और सेंसेक्स 742 अंक या 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,757 पर और निफ्टी 181 अंक या 0.72 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 24,968 पर बंद हुआ।
लार्जकैप के विपरीत, मिडकैप और स्मॉलकैप में तेजी देखी गई थी। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 462 अंक या 0.79 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,104 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 196 अंक या 1.05 प्रतिशत की तेजी के साथ 18,959 पर था।
इस दौरान ऑटो, पीएसयू बैंक, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, मीडिया, एनर्जी और कमोडिटी हरे निशान में बंद हुए। वहीं आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज और प्राइवेट बैंक में गिरावट देखी गई।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के अजीत मिश्रा ने कहा कि निफ्टी इस सप्ताह 25,000 के प्रमुख मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ, जो निरंतर सतर्कता का संकेत है। यदि यह 24,900 के तत्काल समर्थन क्षेत्र से नीचे आता है, तो सूचकांक में और गिरावट की आशंका बनी रहेगी। आने वाले सत्रों में यह गिरावट सूचकांक को 24,450-24,700 के स्तर तक खींच सकती है।