क्या मारुति सुजुकी का जून में निर्यात ऑल-टाइम हाई पर रहा?

सारांश
Key Takeaways
- मारुति सुजुकी ने जून 2025 में 37,842 वाहनों का निर्यात किया।
- कंपनी की कुल बिक्री 1,67,993 यूनिट्स रही।
- घरेलू बाजार में 1,21,339 यूनिट्स की बिक्री हुई।
- छोटी कारों की बिक्री में 70 प्रतिशत की गिरावट आई है।
- मारुति सुजुकी की वैश्विक उपस्थिति में वृद्धि हो रही है।
नई दिल्ली, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। देश की सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) ने जून 2025 में भारत से 37,842 वाहनों का निर्यात किया है।
यह आंकड़ा कंपनी के लिए अब तक का सबसे बड़ा निर्यात है, जो दर्शाता है कि मारुति सुजुकी की वैश्विक उपस्थिति में वृद्धि हो रही है।
निर्यात के साथ, कंपनी ने पिछले महीने कुल 1,67,993 यूनिट्स की बिक्री की, जिसमें से 1,21,339 यूनिट्स घरेलू बाजार में बेची गईं और 8,812 यूनिट्स अन्य वाहन कंपनियों को बेची गईं।
घरेलू बिक्री में 1,18,906 यात्री वाहनों और 2,433 लाइट कमर्शियल वाहनों (एलसीवी) का समावेश है।
पिछले साल जून में, कंपनी ने घरेलू बाजार में 1,39,918 यूनिट्स की बिक्री की थी, जबकि 31,033 यूनिट्स का निर्यात किया था।
कंपनी ने जून में मिनी सेगमेंट (जैसे ऑल्टो, एस-प्रेसो) के तहत 6,414 यूनिट्स, कॉम्पैक्ट सेगमेंट (जैसे बलेनो, स्विफ्ट, वैगनआर) में 54,177 यूनिट्स, मध्यम आकार की सेडान (सियाज) के 1,028 यूनिट्स, यूटिलिटी वाहन सेगमेंट (जैसे ब्रेजा, फ्रोंक्स) के तहत 47,947 यूनिट्स, वैन सेगमेंट (ईको) के तहत 9,340 यूनिट्स और लाइट कमर्शियल वाहन सेगमेंट (सुपर कैरी) के तहत 2,433 यूनिट्स की बिक्री की।
अप्रैल-जून 2025 तिमाही में, कंपनी ने 5,27,861 यूनिट्स की कुल बिक्री दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 5,21,868 यूनिट्स से अधिक है। घरेलू पीवी बिक्री 3,93,572 यूनिट्स पर रही, जबकि तिमाही के लिए निर्यात 96,972 यूनिट्स तक पहुंच गया है।
मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी राहुल भारती ने कहा, "यात्री वाहनों की बिक्री में मंदी का मुख्य कारण छोटी कारों की बिक्री में भारी गिरावट है। आमतौर पर, यात्री वाहनों की बिक्री जीडीपी वृद्धि के 1.5 गुना बढ़ती थी, लेकिन अब 6.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि के बावजूद कार बाजार लगभग स्थिर है। इसका कारण यह है कि छोटी कार सेगमेंट में कोई विकास नहीं हो रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "2019 के बाद से, उद्योग में प्रवेश स्तर की कारों की कीमत 70 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है, जिसका मुख्य कारण सख्त नियम हैं। वहीं, इसी अवधि में छोटी कारों की बिक्री में 70 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।"