क्या अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की उम्मीदों के बीच इस सप्ताह निफ्टी और सेंसेक्स में 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई?

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क्या अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की उम्मीदों के बीच इस सप्ताह निफ्टी और सेंसेक्स में 2 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई?

सारांश

भारतीय शेयर बाजार में इस सप्ताह निफ्टी और सेंसेक्स ने 2 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की उम्मीदों और मजबूत घरेलू संकेतों के चलते हुई। जानिए इस तेजी के पीछे की प्रमुख वजहें और विश्लेषकों की राय।

Key Takeaways

  • निफ्टी और सेंसेक्स में 2% से अधिक की वृद्धि हुई।
  • अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की उम्मीदें बाजार में उत्साह बढ़ा रही हैं।
  • बैंकिंग शेयरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिली।
  • आईटी शेयरों में दबाव बना हुआ है।
  • आने वाले हफ्तों में सकारात्मक संकेत देखने को मिल सकते हैं।

मुंबई, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार ने इस सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की शॉर्ट कवरिंग और मजबूत घरेलू संकेतों के चलते बढ़त के साथ समापन किया।

भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में स्पष्टता से बाजार में आशावाद का संचार हुआ, जब दोनों पक्षों ने नवंबर तक समझौते के पहले चरण को पूरा करने पर सहमति व्यक्त की।

प्रमुख बैंकिंग शेयरों में मजबूत खरीदारी के चलते निफ्टी बैंक ने एक नया मुकाम हासिल किया, जिससे बाजार में उत्साह बना रहा।

फाइनेंशियल सेक्टर में परिसंपत्ति गुणवत्ता को लेकर चिंताएं कम होने और त्योहारी तिमाही में बेहतर बिक्री वृद्धि की उम्मीदों से निवेशकों का विश्वास बढ़ा।

सप्ताह के दौरान बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स में क्रमशः 2.10 और 2.04 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें एफएमसीजी, फार्मा और ऑटो सूचकांकों का इस तेजी में प्रमुख योगदान रहा।

विश्लेषकों का मानना है कि रियल्टी, स्वास्थ्य सेवा और बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में व्यापक सुधार के साथ-साथ उपभोग-आधारित क्षेत्रों में भी तेजी देखने को मिली।

हालांकि, वैश्विक विवेकाधीन खर्च की चिंताओं और अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली में परिसंपत्ति गुणवत्ता पर बढ़ते दबाव के कारण आईटी शेयर दबाव में रहे।

मीडिया और मेटल शेयरों में भी मुनाफावसूली देखी गई, जिससे सूचकांकों की कुल बढ़त सीमित रही।

इसके बावजूद, व्यापक बाजार ने जोरदार तेजी के बाद राहत की सांस ली, निफ्टी मिडकैप 100 में 0.57 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.05 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई, जो निवेशकों द्वारा चुनिंदा मुनाफावसूली का संकेत रहा।

बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के विश्लेषकों ने कहा, "वीकली चार्ट पर निफ्टी ने हायर हाई और हायर लो के साथ एक बड़ा बुल कैंडल बनाया है, जो तेजी के जारी रहने का संकेत देता है। सूचकांक तीन महीने के सिमेट्रिकल ट्रायंगल कंसोलिडेशन पैटर्न से ऊपर निकल गया, जो सकारात्मक रुझान का संकेत देता है।"

उनकी उम्मीद है कि आने वाले हफ्तों में सूचकांक 25,900 और फिर 26,200 के स्तर की ओर बढ़ेगा।

छुट्टियों से प्रभावित दिवाली के इस संक्षिप्त सप्ताह में, अमेरिकी मुद्रास्फीति, रोजगार और भारत के पीएमआई आंकड़ों जैसे प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का जारी होना निवेशकों को सतर्क बनाए रख सकता है।

निवेशक मौजूदा अर्निंग सीजन और प्रमुख वैश्विक केंद्रीय बैंकों के नीतिगत संकेतों पर भी नज़र रख रहे हैं।

Point of View

कुछ क्षेत्रों में चुनौतियां भी बनी हुई हैं, जैसे कि आईटी और मेटल सेक्टर। संपूर्ण रूप से, यह एक संकेत है कि बाजार में सुधार देखने को मिल रहा है।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

इस सप्ताह निफ्टी और सेंसेक्स में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
इस सप्ताह निफ्टी और सेंसेक्स में वृद्धि का मुख्य कारण अमेरिका-भारत व्यापार संबंधों में सुधार की उम्मीदें और विदेशी संस्थागत निवेशकों की शॉर्ट कवरिंग है।
क्या आने वाले हफ्तों में यह तेजी जारी रहेगी?
विश्लेषकों के अनुसार, आने वाले हफ्तों में निफ्टी और सेंसेक्स के बढ़ने की संभावना है, खासकर अगर आर्थिक संकेत सकारात्मक रहे।
किन क्षेत्रों में वृद्धि देखी गई है?
एफएमसीजी, फार्मा और ऑटो सेक्टर में इस सप्ताह वृद्धि दर्ज की गई है।
आईटी शेयरों में दबाव क्यों है?
आईटी शेयरों में दबाव वैश्विक विवेकाधीन खर्च की चिंताओं और अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली में परिसंपत्ति गुणवत्ता पर बढ़ते दबाव के कारण है।
क्या दिवाली का असर बाजार पर पड़ेगा?
दिवाली के दौरान निवेशक सतर्क रहेंगे, क्योंकि प्रमुख आर्थिक आंकड़े जारी होने वाले हैं।