क्या खुदरा महंगाई के आंकड़े अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक हैं?
सारांश
Key Takeaways
- महंगाई दर में कमी से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है।
- खुदरा महंगाई दर 0.71 प्रतिशत के स्तर पर है।
- फूड महंगाई दर -3.91 प्रतिशत रही है।
- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई की स्थिति अलग-अलग है।
- भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की जानकारी जल्द ही स्पष्ट होगी।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नवंबर में खुदरा महंगाई दर के आंकड़े उम्मीद के अनुसार आए हैं और यह अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है। यह जानकारी एक्सपर्ट द्वारा शुक्रवार को साझा की गई।
पावर गिल्ट ट्रेजरीज के निदेशक विनीत नाहटा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि खुदरा महंगाई दर नवंबर में 0.71 प्रतिशत रही है। यह अक्टूबर की महंगाई दर 0.25 प्रतिशत से 0.46 प्रतिशत अधिक है, फिर भी यह आरबीआई के लक्ष्य 4 प्रतिशत से काफी कम है।
उन्होंने यह भी बताया कि महंगाई दर का कम होना अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छा संकेत है, जो विकास के लिए सकारात्मक है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में शहरी क्षेत्रों में महंगाई दर 1.40 प्रतिशत रही है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 0.10 प्रतिशत है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में खाद्य महंगाई दर -3.91 प्रतिशत रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य महंगाई दर -4.05 प्रतिशत है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह -3.60 प्रतिशत रही है।
नवंबर में पिछले वर्ष की तुलना में अनाज की कीमतें 0.10 प्रतिशत, मांस और मछली के लिए 2.50 प्रतिशत, अंडों की कीमतें 3.77 प्रतिशत, दूध एवं उससे जुड़े उत्पादों की कीमतें 2.45 प्रतिशत, तेल और फैट की कीमतें 7.87 प्रतिशत, फलों की कीमतें 6.87 प्रतिशत, चीनी तथा उससे जुड़े उत्पादों की कीमतें 4.02 प्रतिशत और गैर-आल्कोहल पेय पदार्थों की कीमतें 2.92 प्रतिशत बढ़ी हैं।
वहीं, सब्जियों की कीमतों में 22.20 प्रतिशत, दालों और उनसे जुड़े उत्पादों की कीमतों में 15.86 प्रतिशत और मसालों की कीमतों में 2.89 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर नाहटा ने कहा कि आने वाले दिनों में इस पर और स्पष्टता मिलेगी। गुरुवार को भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने भी कहा था कि मार्च तक सभी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी और दरें तय होंगी।