क्या राकेश झुनझुनवाला की यह रणनीति शेयर बाजार में करोड़ों का मुनाफा दिला सकती है?

Click to start listening
क्या राकेश झुनझुनवाला की यह रणनीति शेयर बाजार में करोड़ों का मुनाफा दिला सकती है?

सारांश

राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में अपनी अनोखी रणनीति से करोड़ों का मुनाफा कमाया। उनकी निवेश की कहानी प्रेरणादायक है, जो हर निवेशक के लिए महत्वपूर्ण सबक प्रदान करती है। जानिए कैसे उन्होंने टाइटन के साथ अपने सफर की शुरुआत की और अरबपति बने।

Key Takeaways

  • शेयर बाजार में धैर्य रखना जरूरी है।
  • सही रणनीति से बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है।
  • टाइटन के शेयरों का चयन किया गया था क्योंकि ब्रोकर के पास लॉट था।
  • राकेश झुनझुनवाला का निवेश सफर प्रेरणादायक है।
  • शेयर बाजार में शुरुआती निवेश से भी बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है।

नई दिल्ली, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। देश के प्रमुख निवेशकों में से एक राकेश झुनझुनवाला उन चुनिंदा व्यक्तियों में शामिल हैं, जिन्होंने शेयर बाजार में छोटी पूंजी से शुरुआत कर अरबपति बनने का अद्भुत सफर तय किया है।

झुनझुनवाला हमेशा निवेशकों को सलाह देते थे कि शेयर बाजार में बड़ा मुनाफा कमाने के लिए सही रणनीति और धैर्य दोनों जरूरी हैं। उन्होंने खुद भी इस सिद्धांत का पालन किया।

उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था, "मौसम, मौत, मार्केट और महिलाओं के बारे में कोई भी पूर्वानुमान नहीं लगा सकता, और शेयर बाजार भी इसी तरह से कार्य करता है। इसलिए निवेशकों को धैर्य से काम लेना आवश्यक है।"

इसी रणनीति के तहत, झुनझुनवाला ने टाइटन के शेयरों से 80 गुना से अधिक का रिटर्न कमाया।

उनके मित्र रमेश दमानी ने मीडिया को बताया कि कैसे झुनझुनवाला ने पहली बार टाइटन के शेयर खरीदे और यह उनके लिए सबसे अधिक रिटर्न देने वाली कंपनी बन गई।

दमानी ने कहा कि 2003 में एक ब्रोकर ने झुनझुनवाला को बताया कि कोई अन्य निवेशक टाइटन के शेयर बेचना चाहता है। यदि वह 10 लाख शेयर खरीदते हैं, तो कीमत 40 रुपए है, जबकि 30 लाख शेयर खरीदने पर कीमत 38 रुपए और 50 लाख शेयर पर 36 रुपए है।

झुनझुनवाला को 40 रुपए के भाव पर 300 करोड़ रुपये मार्केट कैप के साथ टाइटन एक बेहतरीन ब्रांड लगा, इसलिए उन्होंने सबसे छोटा लॉट खरीद लिया और उसके बाद कंपनी को ध्यान से फॉलो करना शुरू किया।

दमानी ने आगे बताया कि अगले कुछ वर्षों में झुनझुनवाला ने लगातार टाइटन के शेयरों को खरीदा और उनकी हिस्सेदारी कंपनी में बढ़कर 5 प्रतिशत हो गई।

उन्होंने यह भी कहा कि कई लोगों को लगता है कि झुनझुनवाला ने टाइटन के शेयर अच्छी तरह से अध्ययन या अंदरूनी जानकारी के बाद खरीदे थे, लेकिन सच यह है कि उन्होंने इन्हें सिर्फ इसलिए खरीदा क्योंकि ब्रोकर उनके पास पहले आया था।

बता दें, राकेश झुनझुनवाला को शेयर बाजार में रुचि थी। 1985 में कॉलेज के दिनों से ही उन्होंने ट्रेडिंग की शुरुआत की। उनका शुरुआती निवेश लगभग 5,000 रुपये था, उस समय सेंसेक्स लगभग 150 अंक के आसपास था।

अगस्त 2022 में उनकी मृत्यु के समय उनकी अनुमानित कुल संपत्ति 5.8 अरब डॉलर थी। उनकी मृत्यु के बाद झुनझुनवाला के कारोबार की जिम्मेदारी उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला ने संभाल ली है।

Point of View

बल्कि यह दर्शाता है कि धैर्य और सही रणनीति से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है। उनकी कहानी से हर निवेशक को शिक्षा लेनी चाहिए।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

राकेश झुनझुनवाला ने कब निवेश करना शुरू किया?
राकेश झुनझुनवाला ने 1985 में कॉलेज के दिनों में शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया।
टाइटन के शेयरों से उन्हें कितना रिटर्न मिला?
उन्होंने टाइटन के शेयरों से 80 गुना से अधिक का रिटर्न कमाया।
उनकी संपत्ति का अनुमानित आंकड़ा क्या था?
उनकी मृत्यु के समय उनकी अनुमानित संपत्ति 5.8 अरब डॉलर थी।