क्या सेंसेक्स लाल निशान में खुला और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली हो रही है?

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क्या सेंसेक्स लाल निशान में खुला और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली हो रही है?

सारांश

भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स लाल निशान में खुला है। जानिए बैंकिंग शेयरों में बिकवाली का मुख्य कारण क्या है और इसके पीछे विदेशी निवेशकों की भूमिका के बारे में। क्या बाजार में सुधार होगा? पढ़िए पूरी खबर।

Key Takeaways

  • भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव है।
  • बैंकिंग शेयरों में गिरावट ने बाजार को प्रभावित किया है।
  • विदेशी संस्थागत निवेशकों की गतिविधियाँ बाजार के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • मिडकैप और स्मॉलकैप में स्थिरता बनी हुई है।
  • बाजार में सुधार के लिए सकारात्मक संकेतों की आवश्यकता है।

मुंबई, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में खुला। सुबह 9:44 बजे सेंसेक्स में 242 अंक या 0.30 प्रतिशत की कमी आई, जिससे यह 82,014 पर पहुंच गया। निफ्टी भी 64 अंक या 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,044 पर था।

बिकवाली का मुख्य कारण बैंकिंग शेयर बन रहे हैं। प्रारंभिक कारोबार में निफ्टी बैंक 323 अंक या 0.57 प्रतिशत की कमी के साथ 56,490 पर था।

लार्जकैप के मुकाबले मिडकैप और स्मॉलकैप में सपाट कारोबार हो रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 68 अंक या 0.11 प्रतिशत की हल्की गिरावट के साथ 59,450 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 21 अंक या 0.11 प्रतिशत की कमी के साथ 19,095 पर रहा।

निफ्टी में ऑटो, पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी और कमोडिटी हरे निशान में थे। जबकि आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, एनर्जी, प्राइवेट बैंक और इन्फ्रा लाल निशान में थे।

सेंसेक्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, एलएंडटी, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंफोसिस, टाटा मोटर्स, बीईएल, एनटीपीसी, टीसीएस, ट्रेंट और मारुति सुजुकी शीर्ष लाभार्थी रहे। इसके विपरीत, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, इटरनल (जोमैटो), एचयूएल, सन फार्मा, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन और बजाज फिनसर्व शीर्ष हानिकारक बने।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के प्रमुख निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "जुलाई में अब तक भारत का प्रदर्शन अधिकांश बाजारों के मुकाबले कमजोर रहा है, निफ्टी में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस गिरावट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली का महत्वपूर्ण योगदान है। इस वर्ष अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियों में एक स्पष्ट पैटर्न देखा जा रहा है।"

उन्होंने बताया कि वर्ष के पहले तीन महीनों में उन्होंने बिकवाली की, अगले तीन महीनों में खरीदार बन गए और अब तक के सातवें महीने में फिर से बिकवाली का संकेत दे रहे हैं, जब तक कि कोई सकारात्मक समाचार बाजार में गिरावट के रुख को पलट न दे।

उन्होंने आगे कहा, "पहली तिमाही के नतीजों से मिले प्रारंभिक संकेत जैसे होटल उद्योग के अच्छे नतीजे, इस रुझान के जारी रहने का संकेत देते हैं। सभी क्षेत्रों के विशेष लग्जरी सेगमेंट के अच्छे प्रदर्शन की संभावना है।"

प्रमुख एशियाई बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। शंघाई, हांगकांग, बैंकॉक और जकार्ता में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। वहीं, टोक्यो और सियोल में गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों की सकारात्मक धारणा के कारण गुरुवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ।

विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 17 जुलाई को लगातार दूसरे सत्र में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 3,694 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने लगातार नौवें सत्र में अपनी खरीदारी जारी रखी और 2,820 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।

Point of View

तो स्थिति में सुधार हो सकता है।
NationPress
18/07/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय शेयर बाजार में आज क्या हुआ?
आज भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स लाल निशान में खुला और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली देखी गई।
सेंसेक्स और निफ्टी का वर्तमान स्तर क्या है?
सेंसेक्स 82,014 पर और निफ्टी 25,044 पर है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली का क्या कारण है?
विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली की वजह से बाजार में गिरावट आई है, जिसका मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता है।
क्या मिडकैप और स्मॉलकैप में कोई बदलाव आया है?
मिडकैप और स्मॉलकैप में सपाट कारोबार हो रहा है।
क्या बाजार में सुधार की उम्मीद है?
यदि कोई सकारात्मक खबर आती है, तो बाजार में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।