क्या सेवा पखवाड़े के दौरान नई पहलें राजधानी में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर हैं?

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क्या सेवा पखवाड़े के दौरान नई पहलें राजधानी में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर हैं?

सारांश

दिल्ली में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए रेखा गुप्ता ने नई पहलों की घोषणा की है। इन पहलों में बायोगैस प्लांट और वेस्ट टू एनर्जी प्लांट शामिल हैं। यह कदम राजधानी की प्रदूषण की समस्या को हल करने में सहायक साबित होंगे।

Key Takeaways

  • दिल्ली में बायोगैस प्लांट का उद्घाटन
  • वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की आवश्यकता
  • ग्रीन एनर्जी में निवेश
  • यमुना की सफाई के लिए परियोजनाएं
  • सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना

नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी में मवेशियों की संख्या लाखों में है और गोबर धन अभी तक यमुना में जा रहा था, जिससे यमुना प्रदूषित हो रही थी। उन्होंने राजधानी में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

यशोभूमि में आयोजित इवेंट 'इंडिया बायो एनर्जी एंड टेक एक्स्पो' के साइडलाइन में मीडिया से बात करते हुए सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, "आजादी के इतने वर्षों बाद राजधानी में पहला बायोगैस प्लांट लगना एक बड़ी बात है। जब तक नए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट नहीं बनाए जाएंगे तब तक दिल्ली का कूड़ा खत्म नहीं होगा। राजधानी में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट डेवलप किए जाने की सख्त जरूरत है।"

सीएम गुप्ता ने आगे कहा, "इसके लिए ग्रीन एनर्जी में काम करने की आवश्यकता है। दिल्ली सरकार अब शहर को आगे बढ़ाने के लिए कमर कस कर तैयार है। इसके लिए हम सभी तरह के प्रयास करने को तैयार हैं। हम सभी ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में काम करेंगे।"

घोघा डेयरी में बायोगैस प्लांट के उद्घाटन अवसर पर सीएम रेखा गुप्ता ने मंच से कहा कि सेवा पखवाड़े के दौरान सरकार ने 24 नई फायर ब्रिगेड की गाड़ियां लॉन्च की हैं। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर को गृह मंत्री अमित शाह के साथ 4 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन करने जा रहे हैं, जिसका सीधा असर यमुना की सफाई पर पड़ेगा।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज हम बायोएनर्जी, एथेनॉल, कम्प्रेस्ड बायोगैस, बायो-मोबिलिटी और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल जैसे विषयों पर मंथन कर रहे हैं। यह केवल टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि हमारे भविष्य की दिशा है।"

उन्होंने आगे कहा कि आज नरेला स्थित घोघा डेयरी में दिल्ली के दूसरे बायोगैस प्लांट और एकीकृत सीबीजी-सीएनजी ईंधन स्टेशन का उद्घाटन किया। सेवा पखवाड़े के दौरान शुरू हुई यह नई पहल राजधानी में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर है। यह अत्याधुनिक संयंत्र घोघा डेयरी सहित आसपास के क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को नई गति और नागरिकों को प्रत्यक्ष लाभ प्रदान करेगा।

उन्होंने एक्स पर लिखा, "घोघा डेयरी में 100 टन प्रति दिन वाले कम्प्रेस्ड बायोगैस प्लांट का शुभारंभ और 200 टन प्रति दिन वाले बायोगैस प्लांट परियोजनाएं पीएम मोदी के स्वच्छ, आत्मनिर्भर और फ्यूचर रेडी भारत के संकल्प को साकार करती हैं।"

सीएम गुप्ता ने बताया कि रिठाला स्थित दिल्ली जल बोर्ड भवन की छत पर स्थापित 25 किलोवॉट का आधुनिक सोलर रूफटॉप हर वर्ष 28,000 से अधिक यूनिट स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करेगा। साथ ही, आने वाले समय में सरकारी इमारतों पर अत्याधुनिक सौर संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि मुबारकपुर डबास में 66 केवी ग्रिड सब-स्टेशन की आधारशिला भी रखी गई है। यह परियोजना कराला सहित आसपास के 16 फीडर क्षेत्रों को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।

Point of View

बल्कि नागरिकों को भी आर्थिक लाभ पहुंचाएंगी। सरकार का यह प्रयास प्रदूषण नियंत्रण और सतत विकास की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
NationPress
26/09/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली में बायोगैस प्लांट कब स्थापित किया गया?
दिल्ली में पहला बायोगैस प्लांट हाल ही में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा स्थापित किया गया।
ग्रीन एनर्जी के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
दिल्ली सरकार द्वारा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट और बायोगैस प्लांट जैसे कई पहलें की जा रही हैं।
यमुना की सफाई के लिए कौन सी परियोजनाएं चल रही हैं?
दिल्ली सरकार ने यमुना की सफाई के लिए 4 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन करने की योजना बनाई है।
सेवा पखवाड़ा क्या है?
सेवा पखवाड़ा दिल्ली सरकार द्वारा जनता की सेवा के लिए आयोजित एक विशेष कार्यक्रम है।
दिल्ली में ग्रीन एनर्जी का भविष्य क्या है?
दिल्ली में ग्रीन एनर्जी का भविष्य उज्ज्वल है, क्योंकि सरकार इस क्षेत्र में कई नई पहलों पर काम कर रही है।