क्या 2025 में एसआईपी इनफ्लो 3 लाख करोड़ रुपए के पार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- 2025 में एसआईपी में निवेश 3 लाख करोड़ रुपए के पार गया।
- म्यूचुअल फंड्स का एयूएम 80.80 लाख करोड़ रुपए तक पहुँच गया।
- एसआईपी के जरिए निवेशकों ने 2.27 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया।
नई दिल्ली, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2025 म्यूचुअल फंड्स निवेश के संदर्भ में एक ऐतिहासिक वर्ष रहा। इस दौरान सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में निवेश 3 लाख करोड़ रुपए के स्तर को पार कर गया, जो अब तक का सबसे अधिक निवेश है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष की शुरुआत यानी जनवरी से नवंबर तक निवेशकों ने एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड्स स्कीम में 3.04 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह आंकड़ा पूरे 2024 में 2.69 लाख करोड़ रुपए और पूरे 2023 में 1.84 लाख करोड़ रुपए था। इसमें इक्विटी, डेट और हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स स्कीम में किया गया निवेश शामिल है।
इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में लगातार एसआईपी की हिस्सेदारी बढ़ती जा रही है।
एम्फी के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष अक्टूबर तक सक्रिय इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में एसआईपी के माध्यम से कुल 2.27 लाख करोड़ रुपए का निवेश आया है, जो पिछले पूरे वर्ष के लिए 2.20 लाख करोड़ रुपए था।
ग्रॉस इक्विटी इनफ्लो में एसआईपी की हिस्सेदारी इस वर्ष 37 प्रतिशत पर पहुँच गई है, जो पिछले साल 27 प्रतिशत थी।
कुल एसआईपी इनफ्लो का 80 प्रतिशत हिस्सा अकेले सक्रिय इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश किया जाता है।
एसआईपी के माध्यम से लगातार निवेश बढ़ना यह दर्शाता है कि भारतीय बाजार में निवेशक लंबी अवधि के नजरिए से अनुशासन के साथ निवेश कर रहे हैं और इससे वेल्थ क्रिएट करने में भी मदद मिलेगी।
देश के म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) नवंबर 2025 तक बढ़कर 80.80 लाख करोड़ रुपए पर पहुँच गया है और इसमें एसआईपी एयूएम की हिस्सेदारी 16.53 लाख करोड़ रुपए यानी करीब 20 प्रतिशत हो गई है।
हालांकि, म्यूचुअल फंड इनफ्लो में 2025 में लंपसम निवेश में कमी देखने को मिली है। यह घटकर अक्टूबर 2025 में 3.9 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है, जो पिछले पूरे वर्ष में 5.9 लाख करोड़ रुपए था।