क्या पिछले दीपावली से अब तक सोने और चांदी के दाम में इतनी वृद्धि हुई है?

सारांश
Key Takeaways
- सोने की कीमतों में पिछले दीपावली से 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- चांदी की कीमतों में भी 37.55 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
- वैश्विक अस्थिरता ने निवेशकों को सोने और चांदी में निवेश बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स में चांदी का उपयोग बढ़ने से इसकी मांग में वृद्धि हुई है।
- निवेश के निर्णय में वैश्विक घटनाओं का ध्यान रखें।
नई दिल्ली, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली का त्योहार आने में एक महीने से भी कम समय रह गया है। पिछले दीपावली से लेकर अब तक सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इन दोनों कीमती धातुओं ने निवेशकों को 43 प्रतिशत तक का शानदार रिटर्न दिया है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत 30 अक्टूबर को 79,681 रुपए प्रति 10 ग्राम थी, जो अब बढ़कर 1,14,314 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है। इस तरह, पिछले दीपावली से अब तक सोने की कीमत में 43.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
2024 में दीपावली 31 अक्टूबर को है, लेकिन दीपावली के दिन बाजार बंद रहने के कारण कीमतें 30 अक्टूबर की ली गई हैं।
22 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत अब 1,04,712 रुपए हो गई है, जबकि पिछले दीपावली पर यह 72,988 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। इसी तरह, 18 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम बढ़कर 85,736 रुपए हो गया है, जो पहले 59,761 रुपए प्रति 10 ग्राम था।
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी तेज वृद्धि देखी गई है। चांदी की कीमत पिछले दीपावली से 37.55 प्रतिशत बढ़कर 1,35,267 रुपए प्रति किलो हो गई है, जो पहले 98,340 रुपए प्रति किलो थी।
सोने और चांदी की कीमतों में इस बढ़ोतरी का कारण वैश्विक स्तर पर चल रहे उतार-चढ़ाव को माना जा रहा है। पिछले एक साल में रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास युद्ध के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाने के कारण वैश्विक स्तर पर अस्थिरता बनी रही है, जिससे निवेशकों ने सुरक्षित संपत्ति के रूप में सोने और चांदी में निवेश बढ़ा दिया है।
इसके अलावा, चांदी की कीमत बढ़ने का एक कारण इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों में इसके बड़े पैमाने पर उपयोग का बढ़ना भी है।