क्या वैश्विक अस्थिरता के कारण सोने की कीमतें बढ़ी और चांदी ने ऑल-टाइम हाई को छुआ?

सारांश
Key Takeaways
- सोने की कीमतें ९७,५११ रुपए प्रति १० ग्राम हो गई हैं।
- चांदी ने १,१०,२९० रुपए प्रति किलो का नया रिकॉर्ड बनाया।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने और चांदी की कीमतें बढ़ रही हैं।
- संभावित व्यापार तनावों के कारण बाजार में अस्थिरता है।
- विशेषज्ञों की मानें तो कीमतें और बढ़ सकती हैं।
नई दिल्ली, ११ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सोना और चांदी की कीमतों में शुक्रवार को उल्लेखनीय वृद्धि हुई। २४ कैरेट सोने की कीमत में ४६५ रुपए प्रति १० ग्राम का इजाफा हुआ है। इसी दौरान, चांदी ने ऑल-टाइम हाई पर पहुँचकर निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है।
इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) द्वारा शाम को जारी की गई जानकारी के अनुसार, २४ कैरेट सोने की कीमत ४६५ रुपए बढ़कर ९७,५११ रुपए प्रति १० ग्राम हो गई, जबकि पिछले दिन यह ९७,०४६ रुपए प्रति १० ग्राम थी।
२२ कैरेट के १० ग्राम सोने की कीमत ८९,३२० रुपए हो गई, जो पहले ८८,८९४ रुपए प्रति १० ग्राम थी। वहीं, १८ कैरेट के १० ग्राम सोने का मूल्य बढ़कर ७३,१३३ रुपए हो गया, जो पहले ७२,७८५ रुपए प्रति १० ग्राम था।
आईबीजेए द्वारा दिन में दो बार, सुबह और शाम को सोने की कीमतें अपडेट की जाती हैं।
चांदी की कीमत में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और यह अब ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई है। पिछले २४ घंटों में चांदी की कीमत २,३५६ रुपए बढ़कर १,१०,२९० रुपए प्रति किलो हो गई, जो कि पहले १,०७,९३४ रुपए प्रति किलो थी। इससे पहले, १८ जून को चांदी का पिछला ऑल-टाइम हाई १,०९,५५० रुपए प्रति किलो था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। जब यह रिपोर्ट लिखी जा रही थी, तब सोने की कीमत १.०१ प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ ३,३५८ डॉलर प्रति औंस और चांदी की कीमत २.९२ प्रतिशत की वृद्धि के साथ ३८.४० डॉलर प्रति औंस पर थी।
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतीन त्रिवेदी ने कहा कि सोने की कीमतों में ०.७० प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसका मुख्य कारण नए व्यापार शुल्कों की आशंका का बढ़ना है। अमेरिका द्वारा कनाडा और ब्राजील पर नए शुल्क लगाने के कारण बाजारों ने नए व्यापार तनावों के संभावित प्रभावों का मूल्यांकन करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि अस्थिरता बढ़ने के कारण सेंटीमेंट एक बार फिर से सोने के पक्ष में आ गया है। इसका समर्थन ९५,००० रुपए से ९५,५०० रुपए के बीच है, जबकि रुकावट ९९,५०० रुपए के आसपास है।