क्या टाटा एयरलाइंस से एयर इंडिया तक का सफर 1932 में शुरू हुआ था?

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क्या टाटा एयरलाइंस से एयर इंडिया तक का सफर 1932 में शुरू हुआ था?

सारांश

एयर इंडिया की कहानी टाटा ग्रुप के साथ शुरू होती है, जब जेआरडी टाटा ने इसे 1932 में स्थापित किया। यह यात्रा कई महत्वपूर्ण मोड़ों से गुज़री है, जिसमें राष्ट्रीयकरण और फिर से निजीकरण शामिल है। जानिए एयर इंडिया का संघर्ष और विकास का सफर।

Key Takeaways

  • एयर इंडिया का गठन 15 अक्टूबर 1932 को हुआ था।
  • पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान 8 जून 1948 को भरी गई।
  • राष्ट्रीयकरण 1953 में हुआ था।
  • टाटा ग्रुप ने 2021 में फिर से अधिग्रहण किया।
  • एयर इंडिया वर्तमान में 150 घरेलू और 70 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों पर सेवाएं दे रही है।

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया ने 15 अक्टूबर 1932 को अपनी पहली उड़ान भरी थी। इसकी स्थापना देश के पहले कमर्शियल पायलट और टाटा ग्रुप के तत्कालीन प्रमुख जेआरडी टाटा ने की थी।

शुरुआती दिनों में, एयर इंडिया का नाम टाटा एयरलाइंस था, और यह पत्रों और यात्रियों का आवागमन कराची, अहमदाबाद, बंबई (मुंबई), बेल्लारी और मद्रास (चेन्नई) के बीच करती थी। 1939 में इसके रूट्स का विस्तार त्रिवेंद्रम, दिल्ली, कोलंबो और लाहौर तक कर दिया गया था।

1946 में टाटा एयरलाइन का नाम बदलकर एयर इंडिया रखा गया और इस वर्ष इसे एक पब्लिक कंपनी में परिवर्तित किया गया।

एयर इंडिया की वेबसाइट के अनुसार, एयरलाइन ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान 8 जून 1948 को भरी। यह उड़ान बंबई से लंदन के लिए थी, जिसमें काहिरा और जिनेवा में दो स्टॉप थे।

एयरलाइन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया, जब 1953 में कई अन्य एयरलाइनों के साथ इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया। इस दौरान सरकार ने एयर इंडिया लिमिटेड और एयर इंडिया इंटरनेशनल लिमिटेड नामक दो एयरलाइनों का निर्माण किया।

यहां से एयर इंडिया का सुनहरा दौर शुरू हुआ और भारतीय एविएशन में इसका एकाधिकार स्थापित हो गया। 1990 के दशक में निजी एयरलाइंस को अनुमति देने के बाद स्थिति तेजी से बदल गई और एयर इंडिया का बाजार हिस्सा घटता गया।

कंपनी की निरंतर खराब स्थिति के कारण सरकार ने एयर इंडिया के पुनः निजीकरण की योजना को मंजूरी दी, और 2021 में एयरलाइन को फिर से टाटा ग्रुप ने 2.3 अरब डॉलर में खरीद लिया।

टाटा ग्रुप के अधिग्रहण के बाद एयरलाइन में बड़े बदलाव हो रहे हैं। एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग से 470 एयरक्राफ्ट के अधिग्रहण के लिए समझौते किए हैं, जो सिविल एविएशन के इतिहास के सबसे बड़े ऑर्डर्स में से एक है, जिसकी वैल्यू लगभग 70 अरब डॉलर है।

कंपनी ग्राहक अनुभव पर भी ध्यान दे रही है और सीटों के अपग्रेड और इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट पर करीब 400 मिलियन डॉलर का निवेश कर रही है।

वर्तमान में, एयर इंडिया 150 घरेलू और 70 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है।

Point of View

बल्कि यह भारतीय संस्कृति और आर्थिक विकास का प्रतीक भी है। समय के साथ इसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके पुनः स्वरूप में आने की कहानी आशा और समर्पण का संज्ञान देती है।
NationPress
14/10/2025

Frequently Asked Questions

एयर इंडिया की पहली उड़ान कब भरी गई थी?
एयर इंडिया की पहली उड़ान 15 अक्टूबर 1932 को भरी गई थी।
टाटा एयरलाइंस का नाम कब बदला गया?
टाटा एयरलाइंस का नाम 1946 में बदलकर एयर इंडिया रखा गया।
एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण कब हुआ?
एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण 1953 में हुआ।
एयर इंडिया ने पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान कब भरी?
एयर इंडिया ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान 8 जून 1948 को भरी।
एयर इंडिया का अधिग्रहण कब हुआ?
एयर इंडिया का अधिग्रहण 2021 में टाटा ग्रुप द्वारा किया गया।