क्या 'आइशा' ने फैशन के लिए बॉलीवुड में नया अध्याय लिखा?

सारांश
Key Takeaways
- 'आइशा' ने फैशन को सिनेमा का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया।
- यह फिल्म युवाओं की सोच को प्रभावित करती है।
- सोनम कपूर का किरदार दर्शकों से आसानी से जुड़ता है।
- फिल्म का मुख्य उद्देश्य मनोरंजन था, समाज परिवर्तन नहीं।
- फिल्म ने एक नई शैली को जन्म दिया।
मुंबई, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री सोनम कपूर की फिल्म 'आइशा' ने रिलीज के 15 साल पूरे कर लिए हैं। इस खास मौके पर सोनम ने साझा किया कि जब वे और उनकी बहन रिया कपूर इस फिल्म पर काम कर रही थीं, तब उन्होंने यह निर्णय लिया था कि वे फैशन के माध्यम से कुछ नया पेश करेंगे।
फिल्म को याद करते हुए सोनम कपूर ने कहा, "जब हम 'आइशा' बना रहे थे, हमारा लक्ष्य कोई सामाजिक बदलाव लाना नहीं था। हमारा उद्देश्य एक ऐसी फिल्म बनाना था, जिसे देखकर हमें खुद आनंद मिले, और उस समय ऐसी फिल्में बॉलीवुड में नहीं बन रही थीं।"
सोनम ने कहा, "जब दर्शकों ने यह फिल्म देखी, तो उन्हें 'आइशा' खास लगी और उन्होंने हमें बताया कि यह फिल्म उस समय के युवा वर्ग के लिए बहुत महत्वपूर्ण और अलग थी।"
उन्होंने आगे कहा, "फिल्म बनाते समय हमें यह पता था कि हम फैशन के साथ कुछ नया और मजेदार करना चाहते हैं। ऐसा जो स्टाइलिश हो, लेकिन आम लोगों के लिए भी समझना आसान हो।"
सोनम ने यह भी साझा किया, "मुझे और रिया को यह सब बहुत अच्छा लगता था। हम जानते थे कि अन्य लोग भी फैशन को पसंद करते हैं, लेकिन उस समय तक कोई भी फिल्म नहीं बनी थी जो लड़कियों, उनकी जीवनशैली और फैशन को इतनी खुलकर दर्शाए। हमें यह नहीं पता था कि 'आइशा' भारतीय युवा, सिनेमा और विश्व के दक्षिण एशियाई लोगों की सोच और पॉप कल्चर पर कितना प्रभाव डालेगी।"
'आइशा' ने बॉलीवुड में फैशन के लिए एक नई शुरुआत की। यह पहली फिल्म थी जिसमें फैशन को कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया गया। इससे लोगों ने यह समझना शुरू किया कि कपड़े केवल पहनने के लिए नहीं होते, बल्कि यह हमारी सोच और स्टाइल को प्रदर्शित करने का एक तरीका भी हैं।
सोनम ने बताया कि 'आइशा' उनके लिए क्यों खास है।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि आज भी 'आइशा' मेरे दिल में और मेरी तरह हर लड़की के दिल में एक विशेष स्थान रखती है, क्योंकि फिल्म में मेरे किरदार आइशा से लोग आसानी से जुड़ सकते हैं। आइशा एक ऐसी लड़की है, जो बिना झिझक के अपनी पहचान बनाने की कोशिश करती है, और यही बात आज की हर लड़की को उसमें खुद की झलक दिखाती है।"
फिल्म 'आइशा' से रिया कपूर ने निर्माता के रूप में डेब्यू किया, जबकि इसका निर्देशन राजश्री ओझा ने किया था। फिल्म में सोनम कपूर, अमृता पुरी और ईरा दुबे मुख्य भूमिकाओं में थीं।
फिल्म की कहानी एक अमीर लड़की आइशा के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे लोगों के रिश्ते जोड़ना पसंद है। लेकिन उसके दोस्त अर्जुन को उसकी यह आदत पसंद नहीं आती। यह फिल्म अंग्रेजी उपन्यास 'एम्मा' पर आधारित है।